भारतीय पैडलर अयहिका मुखर्जी और सुतीर्था मुखर्जी ने एशियन टेबल टेनिस चैंपियनशिप की विमेंस डबल्स कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। टूर्नामेंट के 52 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है, भारत को टीम इवेंट के अलावा किसी कैटेगरी में मेडल मिला है। कजाखिस्तान के अस्ताना में खेली जा रही चैंपियनशिप में रविवार को भारतीय जोड़ी को सेमीफाइनल मुकाबले में मिवा हारिमोटो और मियु किहारा की जापानी जोड़ी के खिलाफ से 0-3 की हार झेलनी पड़ी। इसतरह इंडियन पेयर को ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा। 1972 से इस टूर्नामेंट का आयोजन एशियन टेबल टेनिस संघ कर रहा है। इससे पहले, टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ एशिया इस प्रतियोगिता का आयोजन कराता रहा है। टूर्नामेंट 1952 में हुआ था। लगातार तीन गेम में हारी भारतीय जोड़ी
सेमीफाइनल में सुतीर्था मुखर्जी और अयहिका की भारतीय जोड़ी को लगातार तीन गेम में हार का सामना करना पड़ा। जापानी जोड़ी ने पहला गेम 11-4 से जीता। 0-1 से पिछड़ने के बाद भारतीय पैडलर्स ने वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दूसरे और तीसरे गेम में भारत को 9-11, 9-11 से हार का सामना करना पड़ा। क्वार्टर फाइनल में साउथ कोरिया को हराया
भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में पेरिस ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडिलस्ट साउथ कोरिया की जोड़ी को किम नायोंग और ली यून्हे को 3-1 से शिकस्त दी। सुतीर्था और अयहिका ने पेरिस ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साउथ कोरियाई जोड़ी को 10-12, 11-7, 11-9, 11-8 से हराया। भारतीय जोड़ी को पहले गेम में 10-12 से हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद भारतीय जोड़ी ने दूसरे गेम में वापसी की और साउथ कोरिया की जोड़ी को 11-7 से हराया। वहीं तीसरे गेम को 11-9 और चौथे गेम को 11-8 से हराया। मानव और मानुश अंतिम-16 में पहुंचे
पुरुष एकल में भारत के मानव ठक्कर ने दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी दक्षिण कोरिया के जैंग वूजिन को कड़े मुकाबले में 3-2 से हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। वहीं, मानुष शाह ने दक्षिण कोरिया के नंबर 23 खिलाड़ी जेहयूएन को 3-0 से हराया और अंतिम-16 में पहुंचे। ——————————————————– भारतीय टेबल टेनिस से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… भारतीय महिला टीम को एशियन चैंपियनशिप में बॉन्ज भारतीय विमेंस टीम ने कजाकिस्तान के अस्ताना में एशियन टेबल टेनिस चैंपियनशिप में ऐतिहासिक बॉन्ज मेडल जीता। एशियन टेबल टेनिस संघ (ATTU) द्वारा 1972 में टूर्नामेंट शुरू करने के बाद से यह भारत के लिए विमेंस टीम इवेंट में पहला मेडल है। पढ़ें पूरी खबर