एक दिन में 144 मिलीमीटर बारिश…नदी-नाले उफान पर:बिलासपुर-मार्ग में 10KM तक लगा जाम, बाढ़ पार स्कूल पहुंचे बच्चे, आज भी बारिश की संभावना

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बिलासपुर जिले में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है। बिलासपुर में दोपहर बाद मौसम बदल सकता है। मानसून ने जाते-जाते बिलासपुर और गौरैला-पेंड्रा-मरवाही क्षेत्र में बुधवार रात से लेकर गुरुवार दोपहर तक मूसलाधार बारिश हुई। बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। अरपा नदी का जल स्तर बढ़ गया। साथ ही आसपास के नाले उफान पर आ गए हैं। रपटा और पुल के ऊपर से पानी बहने लगा, जिसके चलते केंदा के पास 10 किलोमीटर तक सड़क जाम हो गया। यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। एक दिन में में 5.7 इंच यानी 144.8MM वर्षा दर्ज की गई। उफनते नालों को पार कर स्कूल पहुंचे बच्चे इस दौरान सैकड़ों वाहनों के पहिए थम गए। शाम को स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हुई। तेज वर्षा से अरपा नदी का पानी खेतों और गांवों तक पहुंच गया। कोटा इलाके में बच्चों को उफनते नालों को पार कर स्कूल जाना पड़ा।गुरुवार तड़के भारी वर्षा शुरू हुई। एक दिन में 144.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज कोटा के साथ ही गौरैला-पेंड्रा-मरवाही जिले के पहाड़ियों में शुरू हुई मूसलाधार बारिश दोपहर तक रुक-रुककर होती रही। स्थिति और गंभीर हो गई। कोटा क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा। इस दौरान जिले में एक दिन में में 5.7 इंच यानी 144.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। बिलासपुर-पेंड्रा मार्ग रहा बंद पेंड्रा-बिलासपुर मार्ग पर ओखरा नाला में पानी भरने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग न तो इधर आ पा रहे थे और न ही कहीं जा पा रहे थे। बसों में यात्री घंटों जल स्तर कम होने का इंतजार करते रहे। जाम की स्थिति इतनी गंभीर थी कि वाहनों का पीछे लौटना भी मुश्किल हो गया। सुबह से लेकर शाम तक लोग सड़क पर ही डटे रहे। शाम पांच बजे के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी। जलभराव के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम पूरे समय मौजूद रही, जबकि केंदा रोड पर यातायात विभाग की टीम भी व्यवस्था बनाने में जुटी रही। अच्छी बात यह रही कि इस दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई। स्कूली बच्चों ने पार किया उफनती नाला भारी वर्षा और जलभराव की स्थिति के बीच खोडरी कारीआम के बीच स्कूली बच्चे रपटा और पुल के ऊपर बहते पानी से स्कूल जाते दिखे। जैसे ही इसकी जानकारी प्रशासन को हुई तत्काल रोक लगाया गया। इसी तरह दूसरे गांव में भी विद्यार्थी पानी के बीच मस्ती के मूड में नजर आए। खराब सड़क पर किसी को चिंता नहीं बिलासपुर-पेंड्रारोड-केंदा मार्ग जर्जर हो चुका है। खराब और खस्ताहाल स्थिति पर किसी भी जनप्रतिनिधि या प्रशासन को चिंता नहीं है। यह सड़क विवादों से घिरा हुआ है। अधिकारी इसका ठीकरा लोक निर्माण विभाग पर फोड़ते हैं। यह कब तक दुरुस्त होगा। इसका जवाब किसी के पास नहीं है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क की मरम्मत की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। आज से भी हो सकती है बारिश, शाम को बदलेगा मौसम मौसम विज्ञानी डा.एचपी चंद्रा का कहना है कि, एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर मध्य महाराष्ट्र और उसके आसपास स्थित है। एक द्रोणिका उत्तर मध्य महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ होते हुए गंगेटिक पश्चिम बंगाल तक विस्तारित है। आज भी बारिश की संभावना है। शाम तक मौसम बदल सकता है।

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