48 पार्षदों वाले मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा नगरनिगम में अविश्वास प्रस्ताव पास कराने के लिए यह आंकड़ा पर्याप्त रहा। बता दें कि इसके लिए दो तिहाई, यानि 32 मतों की आवश्यकता रही। मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान प्रस्ताव के पक्ष में 27 और विपक्ष में 21 वोट पड़े। जबकि सदन में कांग्रेस के पार्षदों की संख्या केवल 14 है।