बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर ने साल 2000 की फिल्म रिफ्यूजी से बॉलीवुड डेब्यू किया था। हालांकि फिल्म के लिए पहला शॉट देने के लिए उन्हें सेट पर कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा था। हाल ही में एक्ट्रेस ने बताया है कि वो सेट पर काफी डर गई थीं, क्योंकि फिल्म के डायरेक्टर जे.पी.दत्ता उनका पहला टेक देखकर बिना कुछ बोले वहां से चले गए थे। हाल ही में ब्रूट से हुई बातचीत के दौरान करीना कपूर ने पहली फिल्म रिफ्यूजी के सेट पर हुए इंसीडेंट पर बात की है। उन्होंने कहा है, फिल्म के पहले दिन अपने पहले शॉट के लिए मैंने सेट पर पूरा दिन इंतजार किया था। लेकिन शॉट हो ही नहीं रहा था। शॉट को रात में किया जाने वाले था, तो मैंने रात भर इंतजार किया। कोई शॉट नहीं ले रहा था और मैं सोच रही थी कि ये क्या हो रहा है। वो मेरी पहली फिल्म थी और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। मैं बस वहां बैठी एक शॉट का इंतजार किए जा रही थी। आगे करीना ने कहा है, फिर जाकर रात के करीब पौने चार बजे असिस्टेंट डायरेक्टर मेरे पास आया और कहा कि शॉट रेडी है। मैंने उससे कहा कि सुबह के पौने 4 बज रहे हैं। उसने कहा कि ये इंट्रो सीन है। मुझे समझ ही नहीं आया। जे.पी.दत्ता (रिफ्यूजी के डायरेक्टर) साहब की एक आदत है। वो कभी शॉट होने के बाद ओके नहीं बोलते। वो बस शॉट होने के बाद कैमरा उठाकर दूसरी जगह ले जाते हैं। इसका मतलब होता है कि शॉट ओके है। करीना ने बातचीत में बताया है कि फिल्म रिफ्यूजी का पहला शॉट था, जिसमें वो अपने सिर से घूंघट उठाती हैं और पूछती हैं- पानी मिलेगा। जे.पी.दत्ता ने उन्हें शॉट समझाया और कैमरा रोल कर दिया। करीना ने शॉट दिया और जे.पी.दत्ता बिना कुछ कहे वहां से निकल गए। ये देखकर करीना डर गईं। उन्होंने सोचा कि ये उनकी जिंदगी का पहला शॉट था और डायरेक्टर ने ओके तक नहीं कहा था। करीना ने बताया है कि घबराहट में उन्होंने डायरेक्टर से पूछा कि क्या शॉट ओके है, इस पर उन्हें जवाब मिला कि ठीक है। करीना ने इस पर कहा- सिर्फ एक ही टेक हुआ था और मेरा पूरा करियर दांव पर था। लेकिन जे.पी.दत्ता ने कहा कि वो एक शॉट ही अच्छा था। बताते चलें कि करीना ने फिल्म रिफ्यूजी से बॉलीवुड डेब्यू किया था। फिल्म में उनके साथ अभिषेक बच्चन, सुनील दत्त और जैकी श्रॉफ लीड रोल में थे।