सब्जी और फलों की कीमतें इन दिनों कालोनी और लोगों के चहरे देख कर बदल रही हैं। थोक मंडी से फुटकर मंडी और फिर रेहड़ी वालों तक आते-आते तो सब्जियों की कीमतों में फर्क आता ही है लेकिन अगर सब्जियां कालोनियों और पाश इलाकों में बिकने पहुंच जाएं तो उनकी कीमतों में 40 से 60 फीसदी तक का इजाफा हो जाता है।