छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित रतनपुर का महामाया मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह विकसित किया जाएगा। इसकी योजना केंद्रीय एजेंसी बना रही है। शुक्रवार को इसे लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक केंद्रीय राज्य मंत्री और बिलासपुर के सांसद तोखन साहू ने की। साहू ने बताया कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा। आवासन और शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने बताया कि रतनपुर में महामाया मंदिर कॉरिडोर भव्य बनाने सरकार प्रतिबद्ध है। अयोध्या, काशी और महाकाल में जिस तरह से विकास के काम हुए हैं, उसी तरह 11वीं शताब्दी के महामाया मंदिर के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। NBCC के अधिकारियों के साथ बैठक दिल्ली के निर्माण भवन में मंत्री साहू ने राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई। बैठक में केपी महादेवस्वामी, सीएमडी (एनबीसीसी), आरएन शिना, सीजीएम (एनबीसीसी) अपनी टीम के साथ मौजूद थे और उन्होंने प्रोजेक्ट को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। ये बनेगा मंदिर के आस-पास मंत्री साहू ने रतनपुर में कॉरिडोर बनाने की मांग केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात में भी की थी। उन्होंने कहा कि रतनपुर का महामाया मंदिर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। ‘हमारा लक्ष्य इस पवित्र स्थल को इस तरह से विकसित करना है कि इसके समृद्ध इतिहास का सम्मान हो और देश भर में इसकी छवि बढ़े।’ पर्यटन को भी बढ़ावा मिले ये मकसद है। धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा मंत्री साहू ने बताया कि महामाया मंदिर को एक प्रमुख आध्यात्मिक स्थल के रूप में उभारना है। इस पहल का उद्देश्य न केवल ऐतिहासिक मंदिर को संरक्षित करना है, बल्कि पर्यटकों को भी पुनर्जीवित और समृद्ध अनुभव देना है। इससे राज्य में धार्मिक पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा।