17 C
Bhilai
Friday, December 27, 2024

ट्रूडो ने माना- कनाडा में खालिस्तान समर्थक मौजूद:बोले- यहां PM मोदी के हिंदू समर्थक भी, लेकिन वे सभी हिंदुओं को रिप्रेजेंट नहीं करते

भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक विवाद के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पहली बार यह माना है कि कनाडा में खालिस्तान समर्थक मौजूद हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग पूरे सिख समुदाय को रिप्रेजेंट नहीं करते। ट्रूडो ने यह बात 8 नवंबर को कनाडाई संसद पार्लियामेंट हिल में आयोजित दिवाली समारोह में कही। उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा में रहने वाले कई हिंदू PM मोदी के समर्थक भी हैं, लेकिन वे पूरे कनाडाई हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व नहीं करते। दरअसल, भारत का आरोप है कि कनाडा खालिस्तानी आतंकियों को शरण देता है। इस आरोप को अब तक कनाडाई PM और अन्य मंत्री खारिज करते आए हैं। ऐसे में ट्रूडो का बयान काफी अहम माना जा रहा है। कनाडा ने स्टूडेंट डायरेक्ट वीजा प्रोग्राम बंद किया, भारतीय छात्रों को नुकसान
कनाडा ने 8 नवंबर से स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) वीजा प्रोग्राम बंद कर दिया है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक कनाडा ने 2018 में SDS वीजा प्रोग्राम शुरू किया था। इसके तहत 14 देशों के छात्रों को जल्दी वीजा देने के लिए यह प्रोग्राम शुरू किया गया था। इन 14 देशों में भारत के अलावा पाकिस्तान, चीन, मोरक्को जैसे देश शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक कनाडा सरकार अपने यहां आने वाले अप्रवासियों की संख्या में कटौती करना चाहती है। इस वजह से यह कदम उठाया गया है। सरकार ने अपनी वेबसाइट पर बताया है, ‘हम दुनिया के सभी छात्रों को समान अवसर प्रदान करना चाहते हैं। इसलिए कुछ देशों के लिए शुरू हुई स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम को बंद करने का निर्णय लिया गया है। अब दुनियाभर के सभी छात्र समान रूप से स्‍टूडेंट वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं।’ हिंदू मंदिर पर खालिस्तानियों ने किया था हमला
कनाडा के ब्रैम्पटन में 3 नवंबर को खालिस्तानी समर्थकों ने हिंदू सभा मंदिर परिसर में मौजूद लोगों पर हमला कर दिया था। इस दौरान हमलावरों के हाथों में खालिस्तानी झंडे थे। उन्होंने लोगों पर लाठी-डंडे से हमला किया था। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने भी श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। PM मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी मंदिर पर हुए हमले की निंदा की थी। उन्होंने कहा था- ‘ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है।’ गृह मंत्री शाह पर भी लगाया था आरोप
कनाडा के विदेश उप मंत्री डेविड मॉरिसन ने 29 अक्टूबर को एक संसदीय पैनल में दावा किया था कि अमित शाह ने कनाडा में सिख खालिस्तानियों को निशाना बनाने का आदेश दिया था। इस पर विदेश मंत्रालय ने एक नवंबर को कनाडाई उच्चायोग के अफसर को तलब किया था। भारत ने कहा था कि यह आरोप निराधार और बेतुका है। कनाडाई अधिकारी जानबूझकर भारत को बदनाम करने की रणनीति के तहत आरोप लगा रहे हैं। फिर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इसे लीक करते हैं। इससे दोनों देशों के संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा। भारत ने अपने राजदूत को वापस बुलाया
कनाडा ने भारत के हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा समेत कुछ दूसरे डिप्लोमैट्स को कनाडाई नागरिक की हत्या में संदिग्ध बताया था। इसके बाद भारत ने हाई कमिश्नर को वापस बुला लिया था। वहीं 14 अक्टूबर को कनाडा के कार्यकारी हाई कमिश्नर स्टीवर्ट रॉस व्हीलर समेत 6 कनाडाई डिप्लोमैट्स को देश से निष्कासित कर दिया था। कनाडा ने भी भारत के 6 डिप्लोमैट्स को देश छोड़कर जाने के लिए कहा है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो ​​​​​​
भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2023 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने छह राजनयिकों को वापस बुला लिया। ————————————– भारत-कनाडा संबंधों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… आतंकी के लिए भारत से दुश्मनी मोल ले रहा कनाडा, ट्रूडो के पिता भी इंदिरा से भिड़े थे; 42 साल से विलेन कैसे बना खालिस्तान एक आतंकी की वजह से एक बार फिर भारत-कनाडा के रिश्ते सबसे बुरे दौर में पहुंच गए हैं। भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे खालिस्तानियों के साए में भारत और कनाडा के बनते-बिगड़ते रिश्तों की पूरी कहानी… यहां पढ़ें… कनाडा-भारत विवाद से इमिग्रेशन बिजनेस में 70% गिरावट:एक्सपर्ट बोले-वीजा में कमी नहीं, आवेदक कम; IELTS परीक्षा देने वाले छात्र 50% घटे मौजूदा कूटनीतिक विवाद का सीधा असर वीजा नीतियों पर पड़ने की संभावना थी। लेकिन ऐसा नहीं है कि कनाडा वीजा नहीं दे रहा, कनाडा वीजा दे रहा है। मगर कनाडा जाने वाले बच्चे और उनके अभिभावक इस समय अपने बच्चों को कनाडा नहीं भेज रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण इस समय कनाडा और भारत के बीच चल रहा विवाद है…..पूरी खबर पढ़ें

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles