छत्तीसगढ़ में साय सरकार के एक साल पूरे हो रहे हैं। इस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कई तरह के सवाल उठा दिए। दीपक बैज के बयान सामने आए तो मंत्री केदार कश्यप ने जवाबी हमला किया। बैज सरकार को विफल बता रहे थे। मंत्री केदार ने प्रदेश में लगातार मिल रही हार पर बैज पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा की सरकार 1 साल में विफल साबित हो गई। राज्य में भ्रष्टाचार और कुशासन का दौर हावी है। कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई। एसपी कलेक्टर कार्यालय जला दिया गया। हत्याओं का नया रिकॉर्ड बन गया। प्रदेश में मॉब लिंचिंग शुरू हो गयी आरंग में दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या हो गई। राजधानी में 5 बार गोलीबारी हो गई। बैज ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो गई, पोटाकेबिन में बच्ची की जलकर मौत, अबोध बच्ची मां बनी, नारायणपुर में मासूम बच्चियों से स्कूल में छेड़खानी हो गई। बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनायें बढ़ गई। लूट, अपराध, डकैती, चाकूबाजी की घटनायें बढ़ गई। सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण 1 साल में ही राज्य के खजाने पर 37000 करोड़ से अधिक का कर्जा हो गया है। युवाओं को मिलने वाला बेरोजगारी भत्ता बंद हो गया। सरकारी नौकरी में भर्तियां बद हो गयी। बिजली के दाम बढ़ गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि 18 लाख आवास देने का वादा था, 1 साल में 1 भी नया मकान नहीं दे पाए। कांग्रेस राज में 7 किलो राशन मिलता था, उसमें कटौती हो गई। कांग्रेस में हार का जिम्मा लेने वाला कोई नहीं मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जो काम कांग्रेस की सरकार 5 साल में नहीं कर पाई थी, भाजपा की मौजूदा सरकार ने अपने शुरुआती 6 महीनों में ही कर दिया था। दीपक बैज को घेरते हुए कश्यप ने कहा- रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में हारने के बाद भी कांग्रेस में ऐसा एक भी नेता सामने नहीं आ रहा है, जो इस करारी हार की जिम्मेदारी ले या फिर जिम्मेदारी तय करे। मंत्री ने कहा पिछले साल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी हार देखी और केवल 35 सीटों पर ही सिमटकर रह गई जबकि 54 सीटों के साथ भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। भाजपा को वोट प्रतिशत भी सबसे ज्यादा मिला। उसके बाद इसी वर्ष के मध्य में हुए लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सभी अपने दिग्गज पूर्व मंत्रियों को मैदान में फिर उतारा। कश्यप बोले- भूपेश बघेल खुद राजनांदगांव से लड़े, पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू महासमुंद से लड़े, पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया के अलावा राहुल गांधी के करीबी विधायक, जो जेल में है, वह भी लड़े। ये सारे कांग्रेसी दिग्गज लोकसभा का चुनाव हार गए। कांग्रेस की जो ऐसी दुर्गति है, इससे कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।