छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में अगस्त 2024 से अब तक तेंदुआ तीन लोगों की जान ले चुका है। मवेशियों पर हमलों की संख्या भी काफी ज्यादा है। वन विभाग इस समस्या से निपटने के लिए ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चला रहा है। धमतरी के वन क्षेत्र, विशेष रूप से बिरगुड़ी रेंज, सांकरा रेंज और उत्तर सिंहपुर रेंज, तेंदुए के आतंक का केंद्र बन गए हैं। तेंदुए ज्यादातर रात के समय शिकार कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं। ग्राम कोरमूड (4 अगस्त 2024) बिरगुड़ी रेंज के कोरमूड गांव में 3 साल के त्रिश कमार को तेंदुआ उठा ले गया। बच्चा घर के पास बाड़ी में हाथ धोने गया था, जहां तेंदुए ने झपट्टा मारा। बाद में जंगल में उसका शव मिला, जिसका सिर और धड़ अलग हो चुका था। ग्राम सांकरा (30 अगस्त 2024) नेहा कुमारी, 4 साल की बच्ची, जो अपने परिवार के साथ धौराभाठा में रिश्तेदारों के घर आई हुई थी, घर के आंगन से तेंदुआ उठा ले गया। रातभर परिजन उसे ढूंढते रहे, लेकिन सुबह बच्ची का शव जंगल में मिला। ग्राम मडेली (5 दिसंबर 2024) उत्तर सिंहपुर के मडेली गांव में तेंदुए ने 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुखबति कमार को घर से उठा लिया। तेंदुआ उसे घसीटकर जंगल ले गया, जहां महिला का शरीर बुरी तरह क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया। धमतरी के वनमंडलाधिकारी कृष्ण ने बताया कि जिले में तेंदुओं द्वारा तीन अलग-अलग घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं के लिए हॉटस्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। वन विभाग ने इन स्थानों पर जागरूकता अभियान शुरू किया है। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि अंधेरा होने के बाद बच्चों को घर से बाहर न जाने दें। बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। घरों के दरवाजे रात में बंद रखें।