बलरामपुर पुलिस कस्टडी में हुई गुरुचंद मंडल की मौत के मामले में पूर्व सीएम टीएस सिंहदेव मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे। जहां उन्होंने परिवार वालों से घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर को बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी गुरुचंद मंडल की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने रात में कोतवाली पहुंचकर जमकर हंगामा किया। सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव किया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। आक्रोश इतना बढ़ गया कि स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। दरअसल प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सोमवार को एक दिवसीय बलरामपुर दौरे पर पहुंचे थे। उन्होंने मृतक के परिजनों का ढांढस बंधाया। सिंहदेव ने घटना के वक्त ड्यूटी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को जांच के बाद बर्खास्त करने की बात कही। हाईकोर्ट स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए- सिंहदेव टीएस ने कहा कि मामले की हाईकोर्ट स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए या फिर सीबीआई जांच होनी चाहिए। पब्लिक की रक्षा के लिए जिन्हें थाने में बैठाया गया है, वह पब्लिक का ही भक्षक बन जाए तो उन्हें इस विभाग में रहने का कोई अधिकार नहीं है। आखिर किसी भी अधिकारी का बैकग्राउंड बगैर चेक किया कैसे थाने में प्रभारी बना दिया जाता है। तमाम आरोप लगाते हुए सूरजपुर जिले में हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी के घर पर चल बुलडोजर कार्रवाई को लेकर भी सरकार को घेरते नजर आए। उन्होंने कहा किसी पर भी बुलडोजर की कार्यवाही कर देना सुप्रीम कोर्ट की आदेश का अवहेलना है। हम आज विकसित समाज में जी रहे हैं, न ही जंगल राज में कि जब चाहे तब किसी पर भी कार्रवाई कर दे। सूरजपुर में ही जिलाबदर मुख्य आरोपी को पहले थाने में खातिरदारी पुलिस वाले कर रहे थे, जिससे उसे संरक्षण प्राप्त था। फिर आज यह कार्रवाई क्यों पुलिस वाले इस बात की आज जवाब दे। पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप इस मामले में मृतक गुरुचंद के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है। बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए हैं।