निज्जर हत्या मामले को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद फिर गहरा गया है। कनाडा सरकार ने 15 अक्टूबर को भारत पर आरोप लगाया था कि भारत ने लॉरेंस गैंग का इस्तेमाल कर कई लोगों की हत्या कराने की कोशिश की। इस पर गुरुवार (17 अक्टूबर) को भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हमने कई बार लॉरेंस गैंग से जुड़े लोगों के प्रत्यर्पण की मांग की, पर कनाडा की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।” भारत ने कनाडा को ल़ॉरेंस गैंग से जुड़े 5 लोगों के नामों की जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने गुरजीत सिंह, गुरजिंदर सिंह, अर्शदीप सिंह गिल, लखबीर सिंह लांडा और गुरप्रीत सिंह को भारत भेजने की मांग को लेकर कई बार कनाडा से रिक्वेस्ट की, पर उनकी तरफ से एक बार भी जवाब नहीं आया। भारत बोला- ट्रूडो अपने ही आरोपों को झूठा साबित कर रहे
विदेश मंत्रालय ने कहा, “कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर निज्जर की हत्या के आरोप लगाए, पर एक साल में कोई सबूत नहीं दिया।” जायसवाल ने कहा- ट्रूडो खुद अपने बयानों से भारत पर लगाए आरोप को झूठा साबित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे डिप्लोमेट्स पर लगाए गए झूठे आरोपों को हम पूरी तरह से खारिज करते हैं।” कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कल शाम (16 अक्टूबर) कनाडा सरकार के एक आयोग के सामने पेश हुए थे। इस दौरान उन्होंने ये माना कि पिछले साल सितंबर 2023 में जब उन्होंने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स के शामिल होने का आरोप लगाया था, तब उनके पास केवल खुफिया जानकारी थी। कोई ठोस सबूत नहीं था। हालांकि ट्रूडो के आरोप के बाद सालभर में कई ऐसे मौके आए हैं जब उनकी सरकार ने ये दावा किया कि उसने निज्जर हत्याकांड से जुड़े सबूत भारत को दिए हैं। जबकि भारत इन दावों को खारिज करता रहा है। फिलहाल कनाडाई PM ने ये साफ नहीं किया है कि क्या अब उनकी सरकार ने भारत को सबूत दिए हैं या नहीं। कनाडाई जांच समिति के सामने ट्रूडो के दावे और उन पर भारत का पलटवार ट्रूडो के दावे… भारत का पलटवार क्या है फाइव आइज जिसने भारत के खिलाफ दी खुफिया जानकारी
फाइव आइज पांच देशों का एक गठबंधन है, जो एक दूसरे के साथ खुफिया इनपुट साझा करते हैं। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल हैं। आतंकी पन्नू बोला- कनाडा को भारत विरोधी जानकारियां दीं
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बुधवार को कनाडाई न्यूज चैनल CBC न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि उसने कनाडा को भारत के खिलाफ जानकारियां दी हैं। उसका आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) पिछले 2 से 3 सालों से कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के साथ संपर्क में है। उसने भारतीय उच्चायोग के खुफिया नेटवर्क के बारे में ट्रूडो को जानकारी दी है। पन्नू फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है। बीते 5 दिन में भारत-कनाडा के बीच क्या-क्या हुआ
13 अक्टूबर: कनाडा ने भारत को एक चिट्ठी भेजी। इसमें कहा कि भारतीय हाईकमिश्नर संजय कुमार वर्मा और दूसरे डिप्लोमैट्स एक मामले में संदिग्ध हैं। कनाडा ने मामले की जानकारी नहीं दी, पर इसे निज्जर मामले से जोड़कर देखा गया। 14 अक्टूबर: भारत ने अपने डिप्लोटमैट्स को संदिग्ध बताए जाने पर विरोध जताया और कनाडा के राजदूत को तलब किया। कुछ ही घंटों बाद भारत ने संजय कुमार वर्मा और दूसरे डिप्लोमैट्स को वापस बुला लिया। देर रात खबर आई की कनाडा ने भी भारत से अपने 6 राजदूतों को वापस आने का आदेश दिया है। 15 अक्टूबर: कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स के सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप लगाया। 16 अक्टूबर: ट्रूडो ने माना कि पिछले साल जब उन्होंने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स के शामिल होने का आरोप लगाया था, तब उनके पास केवल खुफिया जानकारी थी। कोई ठोस सबूत नहीं था। 17 अक्टूबर: भारत ने कहा कि ट्रूडो ने जो कुछ भी कहा है वह भारत को सही साबित करता है। ट्रूडो के लापरवाह व्यवहार से भारत-कनाडा संबंधों को जो नुकसान पहुंचा है। वे इसके जिम्मेदार हैं। ——————————– भारत-कनाडा विवाद से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… भारत-कनाडा विवाद में अमेरिका बोला- भारत सहयोग नहीं कर रहा:जांच में मदद करे; ट्रूडो का आरोप- निज्जर की हत्या में भारतीय अफसर शामिल खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर भारत-कनाडा में विवाद के बीच बुधवार, 16 अक्टूबर को अमेरिका का भी बयान आया। अमेरिका ने भारत पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को कहा- भारत पर लगाए गए आरोप बेहद गंभीर हैं। हम चाहते हैं कि भारत सरकार कनाडा के साथ जांच में मदद करे। भारत ने अब तक ऐसा नहीं किया है। पूरी खबर पढ़ें…