छत्तीसगढ़ में SI भर्ती अभ्यर्थियों का आंदोलन थमने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार से गृहमंत्री निवास के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों को शनिवार सुबह पुलिस ने हटा दिया। आंदोलनकारियों को बसों में भरकर पुलिस तूता धरना स्थल पर छोड़ आई। इस दौरान रोते हुए महिला कैंडिडेट ने पुलिस से कहा कि, आप ही बताएं कि रिजल्ट कैसे जारी होगा? यहां पर आत्मदाह करने से रिजल्ट जारी होगा क्या? इससे पहले सामूहिक मुंडन..भीख मांगना..दुर्ग से रायपुर तक मैराथन…बरसते पानी में धरना…यहां तक की इच्छामृत्यु तक की मांग.. ऐसे कई जतन ये अभ्यर्थी कर चुके हैं। शुक्रवार रात 11 बजे तक अल्टीमेटम भी दिया था इससे पहले शुक्रवार को सुबह से ये प्रदर्शनकारी विजय शर्मा के निवास के बाहर बैठे रहे। रात 11 बजे तक अल्टीमेटम भी दिया था। इसके बाद देर रात विजय शर्मा ने उनसे मुलाकात की। रोड पर बैठकर ही करीब 40 मिनट तक चर्चा की गई। उन्होंने अभ्यर्थियों से 2 हफ्ते का समय मांगकर घर जाने कहा था। आश्वासन के बाद भी कैंडिडेट रात तक डटे रहे गृहमंत्री से बातचीत और आश्वासन के बाद भी कैंडिडेट रात तक डटे रहे। प्रदर्शनकारियों ने रात में मोबाइल का फ्लैश जलाकर एकता दिखाई। वहीं देर रात सभी रोड में सोते हुए भी दिखे। अगले दिन सुबह पुलिस ने उन्हें वापस जाने के लिए कहा तो सभी ने इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने जबरदस्ती सभी को बस में बैठाकर नवा रायपुर के तूता धरना स्थल छोड़ दिया। जबरदस्ती उठाकर ले गई पुलिस SI महिला कैंडिडेट ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हम लगातार हम प्रदर्शन कर रहे हैं। रिजल्ट जारी करने की मांग करते हुए हमें 6 साल हो गए। तूता धरना स्थल पर 33 लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इसके बाद भी हमारी कोई सुध लेने नहीं आया। अब पुलिस हमें जबरदस्ती उठाकर नवा रायपुर ले आई है। वहीं पुलिस का कहना है कि इन्हें यहां बैठने की अनुमति नहीं थी। इसलिए धरना स्थल छोड़ा गया है। देखिए देर रात प्रदर्शन की तस्वीरें 20 दिन बाद भी रिजल्ट जारी नहीं हुआ अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछली मुलाकात के दौरान गृहमंत्री ने 10 से 15 दिन में रिजल्ट निकलने का आश्वासन दिया था, लेकिन 20 दिन से ज्यादा का वक्त हो गया है। अब तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। इसलिए हम परिवार के साथ आंदोलन करने गृहमंत्री के बंगले के बाहर बैठे थे। अलग- अलग तरह से कर चुके हैं प्रदर्शन रिजल्ट जारी करने के लिए SI कैंडिडेट प्रदेश में अलग अलग प्रदर्शन के जरिए सरकार से गुहार लगा चुके हैं। वर्तमान में तूता धरना स्थल में 30 से अधिक कैंडिडेट आमरण अनशन पर बैठे हैं। सभी का कहना है कि जब तक हमारी रिजल्ट और नियुक्ति नहीं होती हम अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। हाईकोर्ट की समय सीमा पूरी, पर रिजल्ट नहीं किया जारी कैंडिडेट का कहना है कि, भर्ती प्रकिया पिछले 6 साल से चली आ रही है। हाईकोर्ट ने भी 90 दिन के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरा करने का आदेश दिया था। 9 सितंबर को 90 दिन पूरे हो गए हैं। अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। कैंडिडेट ने बताया कि, हाईकोर्ट में सिंगल और डबल बेंच दोनों ने भर्ती रद्द करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। इससे पहले सभी परीक्षार्थियों ने गृहमंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने 15 दिन में रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया था।