मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि उनके देश की ‘मालदीव फर्स्ट’ की नीति से भारत के संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मालदीव कभी भी ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे भारत की सुरक्षा को नुकसान पहुंचे। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में मुइज्जू ने ये भी कहा कि दूसरे देशों के साथ मालदीव के संबंधों का भारत के साथ रिश्ते पर असर नहीं पड़ेगा। मुइज्जू ने कहा कि मालदीव, भारत के साथ रणनीतिक संबंध बनाना जारी रखेगा क्योंकि भारत एक अहम साझेदार और दोस्त है। उन्होंने कहा कि मालदीव क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए भारत के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा। मुइज्जू ने कहा कि मालदीव और भारत के बीच रिश्ते हमेशा से मजबूत रहे हैं। उन्हें यकीन है कि यह यात्रा इसे और मजबूती देगी। राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है, हालांकि इससे पहले वे जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। मुइज्जू हैदराबाद हाउस में PM मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक कर रहे हैं। इसके बाद वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के दौरे से जुड़े फुटेज देखिए… राष्ट्रपति भवन में मुइज्जू का स्वागत, पीएम मोदी से भी मिले
राष्ट्रपति मुइज्जू का सोमवार को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति रविवार शाम को भारतीय रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के प्लेन से नई दिल्ली पहुंचे थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उनका स्वागत किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे। इसके बाद मुइज्जू राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर गए और श्रद्धांजलि अर्पित की। ससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने रविवार को राष्ट्रपति मुइज्जू से मुलाकात की थी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, राष्ट्रपति मुइज्जू अपनी इस भारत की यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे और क्षेत्रीय, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अहम बातचीत करेंगे। इसके अलावा मुइज्जू दिल्ली के साथ-साथ मुंबई और बेंगलुरु का भी दौरा करेंगे कुछ कार्यक्रमों में शामिल होंगे।