यूक्रेन को रूस में दूर तक हमला करने वाली मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है। CNN के मुताबिक अमेरिका और ब्रिटेन इस पर विचार कर रहे हैं। अब तक इस पर प्रतिबंध लगा हुआ था, लेकिन यूक्रेन पर लगी ये पाबंदी अब हट सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि ऐसे हथियारों के इस्तेमाल करने की इजाजत देने का मतलब यह समझा जाएगा कि NATO, रूस के खिलाफ जंग में उतर चुका है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो वे इसका जवाब जरूर देंगे। पुतिन बोले- अमेरिका ने अनुमति दी तो बहुत कुछ बदल जाएगा
पुतिन ने एक सरकारी टीवी चैनल पर कहा कि इससे बहुत कुछ बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि इन हथियारों का इस्तेमाल सैटेलाइट के बिना संभव नहीं है। यूक्रेन के पास ऐसी तकनीक नहीं है। यह केवल यूरोपीय यूनियन के सैटेलाइट या फिर अमेरिकी सैटेलाइट की मदद से ही हो सकता है। पुतिन ने आगे कहा कि सिर्फ NATO सैन्यकर्मी ही इन मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए ट्रेंड हैं। यूक्रेनी सैनिक ऐसा नहीं कर सकते। इसलिए, सवाल यूक्रेनी को इन हथियारों से रूस पर हमला करने की अनुमति देने या न देने का नहीं है। यह तय करने का है कि इसमें NATO शामिल है या नहीं। आज व्हाइट हाउस में बैन हटाने पर चर्चा, ब्लिंकन ने दिए थे संकेत
रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को व्हाइट हाउस में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारर और राष्ट्रपति जो बाइडन की बैठक होने वाली है। इस दौरान यह चर्चा होनी है कि क्या यूक्रेन को रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने दिया जाए। इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन कहा था कि अमेरिका, रूस के भीतर सैन्य ठिकानों पर लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करने पर यूक्रेन पर लगे प्रतिबंधों को हटाने वाला है। ब्लिंकन ने कहा कि हमें ऐसे सबूत मिले हैं कि रूस के पास ईरान से बैलिस्टिक मिसाइल आ रही हैं। इसका मतलब है कि रूस का हमला और तेज होगा। इसका जवाब देने के लिए यूक्रेन को लंबी दूरी तक की मिसाइल का इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने कहा था कि वे इसके लिए ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर और राष्ट्रपति बाइडेन से बातचीत करेंगे। लंबे समय से अमेरिका से इजाजत मांग रहा यूक्रेन
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका और ब्रिटेन से लंबी दूरी तक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल करने की इजाजत मांग रहा है। यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें दी गई हैं। लेकिन वह इसका इस्तेमाल दुश्मनों के खिलाफ अपनी ही सीमा के भीतर कर सकता है। यूक्रेन ने पिछले महीने रूस में घुस कर हमला शुरू किया है। ऐसे में जेलेंस्की चाहते हैं कि इन प्रतिबंधों को हटाया जाए ताकि वे रूस के भीतर लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल कर सकें। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने पहली बार अक्टूबर 2023 में यूक्रेन को लंबी दूरी की आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) मिसाइलें दी थीं। ये लगभग 300 किमी तक सटीक निशाना लगा सकती है। हाल ही में CNN को दिए गए एक इंटरव्यू में यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने कहा था कि रूस, यूक्रेनी शहरों पर हमला करने के लिए जिन ठिकाने का उपयोग करता है, वे इन मिसाइलों की सीमा के भीतर हैं। इससे पहले फ्रांस ने भी यूक्रेन को लंबी दूरी की स्टॉर्म शैडो मिसाइल दी थीं। यह 250 किलोमीटर तक टार्गेट पर निशाना लगा सकती है। लेकिन उसकी भी ये शर्त थी कि इसका इस्तेमाल अपनी सीमा के भीतर तक ही हो। ये खबर भी पढ़ें… अमेरिका ने छिपकर यूक्रेन को दीं लंबी दूरी की मिसाइलें:1 महीने बाद खुलासा किया; रूस में 300KM अंदर तक कर सकती है हमला रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने छिपकर यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें दी हैं। अमेरिका रक्षा विभाग पेंटागन ने बुधवार को बताया कि उसने यूक्रेन को ATACMS की 12 मिसाइलें दी थीं। अमेरिका मीडिया CNN के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले यूक्रेन को ATACMS मिसाइल देने से मना कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें…