छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में आयोजित नेशनल लोक अदालत में पति-पत्नी का रिश्ता टूटने से बच गया। तलाक के लिए अर्जी लगाई महिला अब अपने पति के साथ हंसी-खुशी रहने के लिए राजी हो गई। अदालत ने इनका रीयूनियन करवा दिया। दरअसल, बस्तर जिले के ही रहने वाले युवक-युवती के बीच प्रेम हुआ। परिजनों ने इनका रिश्ता कबूल कर लिया था। इन दोनों की लव मैरिज करवाई गई। शादी के 6 महीने तक दोनों के बीच रिश्ते ठीक थे, लेकिन बाद में पति शराब के नशे में धुत होकर अपनी पत्नी की पिटाई करने लगा था। दहेज के लिए किया जा रहा था प्रताड़ित महिला का आरोप था कि उसे दहेज के लिए भी प्रताड़ित किया जा रहा था। वहीं 7 फरवरी 2024 को उसे घर से भी निकाल दिया था। इस संबंध में पंचायत भी बिठाई गई थी, जिसके बाद महिला ने कोर्ट में तलाक और भरण-पोषण के लिए अर्जी लगाई थी। इसके बाद जगदलपुर के परिवार न्यायालय में केस चला। अदालत ने दोनों का रिश्ता टूटने से बचा लिया अब नेशनल लोक अदालत में समझाइश के बाद पति-पत्नी के बीच गिला-शिकवा दूर हो गई है। दोनों ने अब बिना किसी विवाद के साथ रहने पर अपनी सहमति दी। अदालत ने दोनों का रिश्ता टूटने से बचा लिया। इस प्रकरण का शनिवार (21 सितंबर) को नेशनल लोक अदालत में निराकरण करते हुए पति-पत्नी के बीच re-union स्थापित किया गया।