जिला खाद्य अधिकारी सरगुजा चित्रकांत ध्रुव का कहना है कि गिरदावरी सत्यापन के पहले चरण में बिना धान की खेती वाले खसरा नंबर की जमीन में भी धान की खेती करना बताया गया है। लगभग 1900 हेक्टेयर में धान की खेती नहीं है। इस रकबे को पंजीकृत किसानों के रकबे की सूची से विलोपित किया जाएगा।