कार्तिक पूर्णिमा स्नान का शैव और वैष्णव दोनों संप्रदायों के लिए विशेष महत्व है। गंगा सहित देश की सभी पवित्र नदियों में स्नानार्थियों के आने का सिलसिला गुरुवार की शाम से जारी हो जाएगा। अधिक ठंडक नहीं पड़ने से स्नानार्थियों के लिए अभी मौसम अनुकूल है। माना जा रहा है इसके चलते घाटों पर भीड़ कुछ ज्यादा ही पहुंच सकती है।