कप्तान साहब, मुझे उनका तजूर्बा है। पाकिस्तानी हारे तो एक बार पलट कर फिर आते हैं। जीत जाना तो लापरवाह मत होना। मेरी बात याद रखना। फरहान अख्तर की फिल्म लक्ष्य में सूबेदार मेजर प्रीतम सिंह (ओम पुरी) अपने कप्तान करण सिंह शेरगिल (ऋतिक रोशन) को यह सलाह कारगिल युद्ध के दौरान देते हैं। अभी भारत और पाकिस्तान के बीच जंग नहीं लड़ी जा रही। एशिया कप हो रहा है। मेजर प्रीतम सिंह की सलाह टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए भी उपयोगी हो सकती है। वैसे भी इस बार पाकिस्तानी एक नहीं बल्कि दूसरी बार पलट कर आ रहे हैं। भारत ने पिछले लगातार दो इतवार को पाकिस्तान को एकतरफा अंदाज में हराया है। इसके बावजूद पाकिस्तान संभलने में कामयाब रहा और इस इतवार को भी भारत के सामने खड़ा है। फाइनल मुकाबला खेलने। तो बार-बार पलट कर आ रही इस पाकिस्तानी टीम के खिलाफ फाइनल में टीम इंडिया की स्ट्रैटजी क्या रहेगी? पिच और मौसम का मिजाज कैसा हो सकता है? टॉस जीतने पर कप्तान क्या करेंगे? कौन-कौन से खिलाड़ी गेम चेंजर हो सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आगे मिलेंगे। पढ़ते जाइए… फाइनल के इतिहास में पाकिस्तान आगे बाकी में टीम इंडिया लाजवाब
भारत और पाकिस्तान के हेड टु हेड यानी इनके बीच अब तक हुए मुकाबलों का हिसाब किताब हम चार हिस्सों में देखेंगे फाइनल की भिड़ंत का हिसाब-किताब
भारत और पाकिस्तान की टीमें इससे पहले कुल 10 टूर्नामेंट में 12 बार फाइनल में आमने-सामने हो चुकी हैं। 8 बार पाकिस्तान जीता और 4 बार भारतीय टीम कामयाब रही। इन सभी मैचों के नतीजे आगे देख सकते हैं। एशिया कप में भारत ने 60% मुकाबले जीते
एशिया कप में इससे पहले कभी भारत-पाकिस्तान फाइनल मैच नहीं हुआ। फाइनल के इतर इस टूर्नामेंट में अब तक 20 बार दोनों टीमों के बीच मैच हो चुके हैं। भारत ने 12 यानी 60% मुकाबले जीते। पाकिस्तान के नाम सिर्फ 6 जीत (30%) है। 2 मुकाबले (10%) बेनतीजा रहे। टी-20 में तो कोई राइवलरी ही नहीं
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने सुपर-4 मैच के बाद कहा था- पाकिस्तान से अब कहां की राइवलरी। जब एक टीम 10-12 मैच जीते हों और दूसरी टीम 2-3 तो इसे राइवलरी नहीं कह सके। सूर्या ने यह बयान टी-20 क्रिकेट के संदर्भ में कहा था। इस फॉर्मेट का रिकॉर्ड वाकई पूरी तरह भारत के पक्ष में है। 15 मैचों में भारत ने 12 जीते हैं। पाकिस्तान सिर्फ तीन जीत पाया है। पहले फील्डिंग करने की थ्योरी एक सप्ताह में बदल गई
यहां 2018 से दुनिया की टॉप-8 टीमों के बीच 20 टी-20 मैच हुए हैं। इनमें से 15 बार चेज करने वाली टीम जीती है। कप्तानों की सोच साफ होती थी कि टॉस जीतो, बॉलिंग चुनो और मैच जीतो। लेकिन पिछले तीन में से दो मैचों में पहले बैटिंग करने वाली टीम मुकाबला जीतने में सफल रही और एक मैच टाई रहा। फाइनल में कप्तानों के सामने कनफ्यूजन रहेगा कि टॉस जीतकर बैटिंग चुनें या बॉलिंग। तो सबसे पहले यह देखना होगा कि फाइनल की पिच होती कैसी है? पिच इस बार भी बड़ा रोल प्ले करेगी और कप्तान का पहले बैटिंग या फील्डिंग का फैसला भी डिसाइडिंग फैक्टर हो सकता है। क्या चोट के कारण भारत को करने पड़ेंगे बदलाव
ओमान और श्रीलंका के खिलाफ मुकाबलों को छोड़कर भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में एक ही प्लेइंग-11 उतारी है। भारत तीन स्पेशलिस्ट स्पिनर, 1 स्पेशलिस्ट फास्ट बॉलर और 2 पेस बॉलिंग ऑलराउंडर्स के साथ उतरता रहा है। हालांकि, इस मैच में चोट की वजह से भारत बदलाव को मजबूर हो सकता। तिलक वर्मा और हार्दिक पंड्या मैच मैच से एक दिन पहले तक 100% फिट नहीं बताए जा रहे थे। अगर तिलक नहीं खेलते हैं तो रिंकू सिंह उनकी जगह लेंगे। पंड्या का कोई लाइक टु लाइक रिप्लेसमेंट नहीं है। यानी टीम में ऐसा प्लेयर नहीं हैं जो स्किल सेट में हूबहू हार्दिक को मैच कर सके। अगर पंड्या बाहर होते हैं तो उनकी जगह भारत हर्षित राणा या अर्शदीप सिंह में से किसी एक को मौका दे सकता है। हालांकि, इनके खेलने या न खेलने का फैसला मैच के दिन ही लिया जाएगा। BCCI सूत्रों ने बताया है कि ज्यादा उम्मीद है कि अक्षर और पंड्या खेलें। अगर ये 90% भी फिट रहे तो प्लेइंग-11 में शामिल हो सकते हैं। भारत की पॉसिबल प्लेइंग-11
अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (कप्तान) , तिलक वर्मा, संजू सैमसन, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और जसप्रीत बुमराह। सईम अयूब का क्या करेगा पाकिस्तान
पाकिस्तान की प्लेइंग-11 में भी बदलाव की उम्मीद कम है। हालांकि, सईम अयूब को लेकर टीम में माथापच्ची जरूर हो रहे हैं। सईम टूर्नामेंट में बतौर ओपनर आए थे। वे लगातार तीन बार जीरो पर आउट हुए। इसके बाद उन्हें बैटिंग ऑर्डर में नीचे किया है। इसके बावजूद वे बल्ले से कामयाब नहीं हो पाए हैं। बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में सईम फिर जीरो पर आउट हुए थे। पाकिस्तान की पॉसिबल प्लेइंग-11
साहिबजादा फरहान, फखर जमान, साइम अयूब, सलमान अली आगा (कप्तान), हुसैन तलत, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नवाज, शाहीन शाह अफरीदी, फहीम अशरफ और हारिस रउफ। बैटिंग में ऑलआउट अटैक के माइंडसेट के साथ उतरेगा भारत
भारतीय टीम इस मैच में भी वही स्ट्रैटिजी अपना सकती है जिस पर वह पिछले 1 साल से अमल कर रही है। स्ट्रैटिजी है बैटिंग में ऑलआउट अटैक। पहली गेंद से आक्रमण। मिडिल ओवर्स में भी भारतीय बल्लेबाज लगातार बाउंड्री की तलाश में रहेंगे। गेंदबाजी में टीम इंडिया को अपनी रणनीति पर विचार करना पड़ सकता है। जसप्रीत बुमराह को शुरुआत में ही लगातार तीन ओवर डलवाए जाते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मुकाबले में बुमराह ने 4 ओवर में 45 रन खर्च कर दिए। बुमराह नई गेंद से ज्यादा विकेट भी नहीं ले पाए हैं। पाकिस्तान मिडिल ओवर्स में अटैक की कोशिश करेगा
पाकिस्तान की टीम धीमी बल्लेबाजी की वजह से अक्सर फैंस और एक्सपर्ट्स के निशाने पर रहती है। फखर जमान को ओपनिंग भेजने से पावर-प्ले में पाकिस्तान की स्थिति कुछ बेहतर हुई है लेकिन मिडिल ओवर्स में टीम अब भी फंसती है। पाकिस्तानी थिंक टैंक इस स्थिति में बदलाव चाहेगा। मुमकिन है कि इस मैच में पाकिस्तान के बल्लेबाज मिडिल ओवर्स में भी बल्ला चलाते नजर आएं बॉलिंग में पाकिस्तान की स्ट्रैटिजी पावर प्ले में ज्यादा से ज्यादा विकेट झटकने की रहती है। इस बार भी टीम इस स्ट्रैटिजी को फॉलो करेगी। ______________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… क्या एकतरफा होगा एशिया कप फाइनल:15 खिताबी मुकाबलों में महज 2 बार आखिरी गेंद पर तय हुआ चैंपियन; भारत-पाकिस्तान 3-3 बार एकतरफा हारे भारत और पाकिस्तान 41 साल में पहली बार एशिया कप के फाइनल में एक-दूसरे का सामना करने के लिए तैयार हैं। ग्रुप और सुपर-4 स्टेज में हुए पाकिस्तान के खिलाफ 2 मुकाबलों को भारत ने एकतरफा अंदाज में अपने नाम किया। क्या आज का फाइनल भी वन साइडेड ही होगा? पूरी खबर एशिया कप में कौन होगा प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट:भारत और पाकिस्तान के 4 खिलाड़ी दावेदार, अभिषेक को शाहीन से चुनौती आज हमें एशिया कप का चैंपियन मिल जाएगा। भारत या पाकिस्तान में से किसी एक की टीम ट्रॉफी उठाएगी। चैंपियन बनने के तो दो ही दावेदार हैं लेकिन ऐसा खिलाड़ी जो इस टूर्नामेंट का चैंपियन हो यानी प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट, उसके चार दावेदार हैं। दो भारत से और दो पाकिस्तान से। किसका दावा सबसे मजबूत है, उसी की पड़ताल इस स्टोरी में करेंगे। पूरी खबर