पुलिस के अनुसार जांच में सामने आया है कि मिस्टर मिंट के संचालकों ने फर्जी क्रिप्टो करेंसी टोकन और कृत्रिम एक्सचेंज बनाए। कंपनी ने सेबी और आरबीआइ के नाम पर जाली दस्तावेज तैयार किए और निवेशकों को भारी मुनाफे का झांसा दिया। इस घोटाले में बड़ी राशि का निवेश हुआ है।कंपनी ने अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए सेलिब्रेटिज से प्रचार भी कराया था।
