27.7 C
Bhilai
Friday, December 20, 2024

गुकेश को कार्लसन की चुनौती मंजूर:बोले- मौका मिला तो परख लूंगा; कार्लसन ने कहा था- वर्ल्ड चैंपियनशिप में मुझे हराने वाला कोई नहीं

हाल ही में वर्ल्ड चेस चैंपियन बने भारत के डी गुकेश (18) ने भास्कर से कहा कि वह 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन से किसी भी टूर्नामेंट में खेलने के लिए तैयार हैं। ​​​​​​​ गुकेश ने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से फाइनल में हराया था। इतनी कम उम्र में खिताब जीतने वाले गुकेश दुनिया के पहले प्लेयर हैं। इससे पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था। दरअसल गुकेश के चैंपियन बनने के बाद कार्लसन ने कहा था कि मैं वर्ल्ड चैंपियन में नहीं खेलता। वहां मुझे हराने वाला कोई नहीं है। गुकेश और कालर्सन अगले साल नॉर्वे चैंपियनशिप में 26 मई से 6 जून 2025 के बीच पहली बार एक-दूसरे के सामने होंगे। जब भास्कर ने गुकेश से पूछा तो उन्होंने कहा कि कार्लसन सर्वश्रेष्ठ हैं, मौका मिला तो उनके सामने बिसात पर खुद को परख लूंगा। सवाल: लिरेन की वो कौन सी चाल थी, जिससे आपको जीत का यकीन हो गया?
जवाब: एक चाल कैसे गेम बिगाड़ सकती है, वो ऐसे समझें कि जब लिरेन ने Rf2 खेला तो मैं हैरान था, क्योंकि इसकी उम्मीद नहीं थी। फिर खुद को संभालने के लिए मैंने एक घूंट पानी पिया। सांस ली और खुद को शांत किया। फिर ध्यान से चेसबोर्ड देखा कि कहीं कोई गलती तो नहीं हो रही। इसके बाद मैच जीतने वाली चालों को दिमाग में सेट किया। थोड़ी देर में मुझे लगा कि अब खेल खत्म करने का समय आ गया है। सवाल: आपके लिए परिवार ने सब कुछ दांव पर लगाया। क्या वो संघर्ष याद है?
जवाब: मैं उन्हें कैसे भूल सकता हूं। वो ही दिन थे, जिन्होंने मुझे चेसबोर्ड से नजर नहीं हटाने दी। जब भी नजर हटाने की कोशिश करता, माता-पिता के संघर्ष के पल याद आ जाते। एक वक्त उम्मीदों के बहुत ज्यादा दबाव ने मेरे खेल पर भी असर डाला। वो 2023 की शुरुआत के दिन थे। इसलिए मैंने तय किया है कि बस सीखते रहना है, खुद में सुधार करना है। इसी लाइन पर आगे बढ़ा और घर के सपोर्ट से दबाव से बाहर आया। कभी-कभी उम्मीदों का दबाव आपका लक्ष्य बदल सकता है, इसलिए सही समय पर इससे बाहर आना ही ठीक है। सवाल: विश्व विजेता गुकेश का..आनंद 5 बार चैम्पियन बने। अब क्या रणनीति है?
जवाब: मेरी कोशिश खेल को और बेहतर बनाने की है। जिस मुकाम पर हूं, वो जीवन का एक चरण था। अगला टास्क खुद को उस स्तर पर बनाए रखने का है, जो अब तक कॅरियर में आई चुनौतियों से भी कठिन है। सवाल: आपने सालों सख्त ट्रेनिंग की?
जवाब: मुझे याद है कि 2015 में एशियन स्कूल शतरंज चैम्पियनशिप में अंडर-9 कैटेगरी में पहली बार जीता था। इसके बाद से ही मैंने ट्रेनिंग को और जटिल किया। माता-पिता ने हर पल इस बात का ध्यान रखा कि मेरा फोकस किसी भी वजह से डायवर्ट न हो। पांच साल पहले मैं, अर्जुन, प्राग और निहाल ग्रैंडमास्टर बनने वाले थे। हर कोई एक-दूसरे से आगे बढ़ने की कोशिश में था। लेकिन, हम सभी शीर्ष पर पहुंच गए। गुकेश से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… वर्ल्ड चेस चैंपियन गुकेश भारत लौटे: चेन्नई एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ; सबसे कम उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले खिलाड़ी वर्ल्ड चेस चैंपियन डी गुकेश भारत लौट आए हैं। सोमवार को चेन्नई एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सिंगापुर में 12 दिसंबर को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीता था। पूरी खबर पढ़ें… 18 साल के गुकेश शतरंज के नए वर्ल्ड चैंपियन:सबसे कम उम्र में खिताब जीता, चीनी खिलाड़ी को 14वें गेम में हराया ​​​​​​​18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सिंगापुर में गुरुवार को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से फाइनल में हराया। पूरी खबर पढ़ें.. ​​​​​​​

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles