छत्तीसगढ़ के ‘मुन्नाभाई MBBS’, 15 साल में करोड़ों ठगे:PMT में दूसरे अभ्यर्थी को बिठाया, अब युवक को फंसाया; दोनों पर 10 से ज्यादा केस

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छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के स्व. बलीराम कश्यप मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले 2 MBBS स्टूडेंट को गरियाबंद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों ने एक युवक से फर्जी अधिकारी बनकर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 1 लाख रुपए लिए थे। मामला छुरा थाना क्षेत्र का है। शिकायत के बाद दोनों पर कार्रवाई हुई है। दोनों स्टूडेंट छत्तीसगढ़ में हुए मुन्नाभाई केस में भी जेल जा चुके हैं। आरोपियों ने साल 2009 में महासमुंद जिले में हुई प्री मेडिकल टेस्ट (PMT) परीक्षा में वास्तविक अभ्यर्थी की जगह दूसरे अभ्यर्थी को बैठाकर परीक्षा दिलवाया था। वहीं, साल 2010 में बिलासपुर में आयोजित PMT की परीक्षा में भी दूसरे अभ्यर्थी को बैठाकर वहीं वारदात की थी। गरियाबंद के रहने वाले चंद्रशेखर सेन उर्फ चंदन सेन (40) पर 8 मामले दर्ज हैं। इसमें PMT परीक्षा फर्जीवाड़ा, नौकरी लगाने और करोड़ों की ठगी सहित 2009 से 2021 तक कई गंभीर अपराध शामिल हैं। यूपी के झांसी के रहने वाले निखिल राज सिंह (37) पर भी PMT परीक्षा केस के अलावा 2022 में गुरुग्राम में करीब 5 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। पुलिस के मुताबिक ज्यादा पैसे के लालच और ज्यादा खर्च करने की आदत के कारण वे पिछले 15 सालों से लगातार करोड़ों की ठगी की घटना को अंजाम दे चुके हैं। दोनों 2007 से कॉलेज में एडमिशन लिए थे। कई बार फेल हो चुके हैं। अब भी पढ़ाई जारी रखी है। अब जानिए पूरा मामला चंद्रशेखर सेन गरियाबंद और उसका साथी निखिल राज सिंह उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। दोनों साल 2007 में PMT परीक्षा पास किए थे। जिसके बाद दोनों ने मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में एडमिशन लिया था। वहीं पर दोनों पहली बार मिले थे। इसके बाद बहुत जल्दी, बहुत ज्यादा पैसे कमाने के लालच में छात्रों को फर्जी तरीके से PMT परीक्षा पास कराने का लालच देने लगे। PMT परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी के जगह परीक्षा में दूसरे अभ्यर्थी को बैठाकर पास कराने का ठेका लेने लगे। साल 2009 के PMT परीक्षा में आरोपियों ने महासमुंद में वास्तविक अभ्यर्थी की जगह दूसरे अभ्यर्थी को बैठाकर परीक्षा दिलवाई थी। व्यापमं को इसकी जानकारी हुई तो दोनों आरोपियों सहित 9 लोगों पर थाना कोतवाली महासमुंद में अपराध दर्ज किया गया था। इसी तरह साल 2010 के PMT परीक्षा में आरोपियों ने जिला बिलासपुर में वास्तविक अभ्यर्थी की जगह दूसरे अभ्यर्थी को बैठाकर परीक्षा दिलवाई थी। जिसमें जानकारी होने पर दोनों आरोपी सहित 8 लोगों पर थाना सरकंडा बिलासपुर में अपराध दर्ज किया गया था। 15 साल से लगातार कर रहे ठगी इन दोनों केस में चंद्रशेखर और उसका साथी निखिल जेल जा चुके थे। PMT केस के बाद लगातार 15 साल तक वे ठगी की घटना को अंजाम देते रहे। ताजा मामला गरियाबंद जिले का है। जहां जिले के रहने वाले खेमचंद ने छुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पीड़ित ने बताया कि अगस्त 2025 में उसे डाक से एक फर्जी नॉन-बेलेबल वारंट मिला था। आरोपी निखिल राज ने झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर उनसे 2 लाख रुपए मांगे थे। डरकर खेमचंद ने अगस्त में ही निखिल राज को एक लाख दे दिया था। इसके बाद भी आरोपी निखिल राज और उसके साथी चंद्रशेखर उर्फ चंदन सेन ने खेमचंद को जेल भेजने की धमकी देते हुए पैसों की मांग जारी रखी। शिकायत पर छुरा थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। UP भागने की फिराक में था आरोपी पुलिस टीम ने पहले गरियाबंद के कनसिंघी निवासी चंद्रशेखर उर्फ चंदन सेन को पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि उसका साथी निखिल राज ट्रेन से भाग रहा है। ट्रेन के लोकेशन के आधार पर RPF बिलासपुर और पेंड्रारोड की मदद से निखिल को हिरासत में लिया गया। भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाते दोनों आरोपियों ने पूछताछ में अपराध करना स्वीकार किया। आरोपियों ने बताया कि वे पहले से मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट हैं। बहुत ज्यादा खर्च करने की आदत के कारण भोले-भाले लोगों को फंसाते हैं। 2009 से लोगों से पैसे ऐंठने का काम कर रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों पर दर्ज मामले 01.चंद्रशेखर सेन उर्फ चंदन सेन (40 साल) निवासी: कनसिंघी, जिला गरियाबंद अब तक दर्ज मामले: 02.निखिल राज सिंह (37 साल) निवासी: झांसी, उत्तर प्रदेश अब तक दर्ज मामले: ………………………. इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें… छत्तीसगढ़ MSME-चेयरमैन बनाने 2 युवकों से 35 लाख ठगे: कहा- 1 लाख वेतन, बंगला मिलेगा, फर्जी जॉइनिंग लेटर थमाया, कैश-ऑनलाइन वसूल की रकम रायपुर में दिल्ली के एक व्यक्ति ने 2 युवक के साथ 35 लाख रुपए की ठगी की है। आरोपी ने खुद को MSMEPCI का चेयरमैन बताया। फिर दोनों को छत्तीसगढ़ में चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के पद पर नियुक्त करने के बहाने पैसे वसूल कर लिए। पढ़ें पूरी खबर…

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