छत्तीसगढ़ में असम जैसी बनेगी एंटी ​​​​​​​नक्सल पॉलिसी:CM साय ने अमित शाह को दी जानकारी, कहा- 9 महीने में 194 नक्सली मारे गए

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छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल नीति असम जैसी ही होगी। इसका अध्ययन करने के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा असम गए थे। उन्होंने वहां अधिकारियों से उग्रवादियों के आत्मसमर्पण और पीड़ित परिवारों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। अक्टूबर के अंत तक या 1 नवंबर को राज्योत्सव के समय छत्तीसगढ़ सरकार नई नक्सल नीति लाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिल्ली में मीटिंग के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को यह जानकारी दी है। दोनों नेताओं के बीच यही बात हुई कि कैसे तय टारगेट मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से पूरी तरह नक्सली खत्म हो जाए। जनवरी से अबतक 194 नक्सली ढेर सरकार के मुताबिक, जनवरी से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ में 194 नक्सलियों को मुठभेड़ में मारा गया है। 801 नक्सली गिरफ्तार और 742 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इस 9 महीनों में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। इससे पहले, ऐसे आंकड़े देखने को नहीं मिले हैं। गोली की भाषा छोड़ें, मकान-रोजगार देंगे नक्सल नीति को लेकर मुख्यमंत्री ने बताया कि, केंद्र और राज्य सरकार की योजना का फायदा सरेंडर करने वाले नक्सलियों और हिंसा पीड़ित परिवारों को मिलेगा। आज भी जो युवा नक्सलवाद में लिप्त है। उनसे आग्रह है कि हथियार छोड़ कर मुख्य धारा में जुड़े। आत्मसमर्पण करने वालों को अच्छी सुविधाएं दी जाएं। गृह मंत्री विजय शर्मा भी असम गए थे। पुनर्वास नीति वहां कैसी है यह देखा गया। नक्सली गोलीबारी की भाषा छोड़कर आत्मसमर्पण करें। उनको प्रधानमंत्री आवास से लेकर रोजगार तक देंगे। मैं हाल ही में बीजापुर गया था, वहां 70 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया। जो नक्सल पीड़ित परिवार के लोग थे, उन्हें नौकरी दी गई है। नक्सलियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक बढ़ेगी अमित शाह और CM साय की बैठक में संकेत मिले हैं कि, ​​​​​​​घुसकर मारने वाला एक्शन छत्तीसगढ़ पुलिस जारी रखेगी। जिस तरह सेना ने पाकिस्तान के एरिया में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया, वैसे ही यहां स्थानीय पुलिस और पैरा-मिलिट्री फोर्स नक्सलियों के खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई करेगी। प्रदेश सरकार की ओर से अमित शाह को बताया गया कि, हमारी सरकार ने डिफेंसिव नीति को बदलकर आक्रामक नीति अपनाई है। आने वाले दिनों में दक्षिण बस्तर में 29 नए सुरक्षा कैंप खोले जाएंगे। यह कैम्प वहां होंगे, जो गांव नक्सलियों का इलाका माना जाता है। छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र से कहा कि, यह स्ट्रैटजी इसलिए है, ताकि नक्सलियों के प्रभाव को खत्म किया जा सके। PM मोदी तक पहुंची रिपोर्ट दिल्ली दौरे में CM साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की है। नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन की उन्हें जानकारी दी। CM ने बताया कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य नक्सलियों के बचे हुए गढ़ों को खत्म करना है। इन इलाकों में स्थायी शांति और विकास सुनिश्चित करना है। ……………. छत्तीसगढ़ में नक्सल ऑपरेशन की चुनौतियों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा नक्सल-ऑपरेशन…2 घंटे में 31 नक्सली ढेर:16 की पहचान, 1.30 करोड़ के इनामी; जवानों ने रोटी-मैगी खाकर सफर पूरा किया तारीख 4 अक्टूबर। समय दोपहर 1 बजे। ये वो दिन और तारीख है जब दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया। करीब 1000 जवानों ने महज 2 घंटे की मुठभेड़ में ही 31 नक्सलियों को मार गिराया। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस के जवान 3-4 पहाड़ और नदी-नाले पार कर नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचे थे। पूरी खबर पढ़ें…

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