जशपुर पुलिस ने नेशनल हाईवे-43 पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध अंग्रेजी शराब से भरा एक ट्रक जब्त किया है। ग्राम आगडीह के पास की गई इस कार्रवाई में 426 कार्टूनों में भरी 6300 बोतलें (3825 लीटर) शराब बरामद की गई। इसकी अनुमानित कीमत 22 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। तस्करी में प्रयुक्त ट्रक क्रमांक RJ-09-GE-0124 को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, यह शराब पंजाब से बिहार की ओर ले जाई जा रही थी। पुलिस को 7 अक्टूबर 2025 को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पंजाब से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब एक ट्रक (RJ-09-GE-0124) में भरकर हरियाणा के रास्ते बिहार भेजी जा रही है। इस सूचना पर सिटी कोतवाली पुलिस ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। एसएसपी शशि मोहन सिंह के दिशा-निर्देश पर एक टीम गठित की गई, जिसने नेशनल हाईवे पर नाकेबंदी कर इस अवैध खेप को पकड़ा। पुलिस ने ग्राम आगडीह के पास नेशनल हाइवे-43 पर नाकेबंदी कर संदेही वाहनों की जांच शुरू की। इसी दौरान सूचना के मुताबिक वही ट्रक आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे घेराबंदी कर रोका और तलाशी ली। ट्रक की ट्रॉली में भूसी की बोरियों के नीचे छिपाकर रखे गए 426 कार्टून अंग्रेजी शराब के मिले, जिन्हें पुलिस ने मौके पर ही जब्त कर लिया। दो आरोपी पंजाब से गिरफ्तार, भेजे गए जेल
पुलिस ने मौके से ट्रक चालक रणवीर सिंह (42 वर्ष, निवासी ग्राम कांग, गोविंदलाल साहिब, तरनताल पंजाब) और सहायक चालक जगदीप सिंह (30 वर्ष, निवासी मानुचर, चौकी चमकी नगर, तरनताल पंजाब) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे रोहतक (हरियाणा) से ट्रक लेकर रांची (झारखंड) जा रहे थे। उन्हें ट्रक किसी अन्य व्यक्ति द्वारा सौंपा गया था और बताया गया था कि ट्रक को केवल रांची तक पहुंचाना है, जहां से आगे कोई अन्य व्यक्ति ले जाएगा। आरोपी रणवीर सिंह ने बताया कि उसे यह काम करने के बदले 50,000 रुपए देने की बात कही गई थी। हालांकि, पुलिस को शक है कि इन दोनों के पीछे कोई बड़ा अंतर्राज्यीय शराब तस्करी सिंडिकेट काम कर रहा है, जो ड्राइवरों को लालच देकर ट्रक चलवाता है ताकि असली सरगना सामने न आ सके। पुलिस की प्रारंभिक जांच में बड़ा नेटवर्क बेनकाब
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह एक तय “पैटर्न” पर काम करता है। ड्राइवरों को भारी रकम का लालच देकर किसी खास जगह से ट्रक लोड कराते हैं, और फिर दूसरे राज्य में किसी निश्चित स्थान तक पहुंचाने का निर्देश देते हैं। वहां ट्रक किसी अन्य सदस्य को सौंप दिया जाता है ताकि ड्राइवरों को न तो स्रोत स्थल का पता चले और न ही गंतव्य स्थान का। तस्करी के लिए कम पुलिस नाका और टोल वाले मार्गों का चयन किया जाता है ताकि पकड़े जाने का खतरा कम हो। चार ट्रकों से 24,440 लीटर शराब जब्त
जशपुर पुलिस ने इसी वर्ष अब तक पंजाब और हरियाणा से बिहार तक अंग्रेजी शराब की तस्करी में प्रयुक्त चार ट्रकों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। इन चारों मामलों में कुल 2734 कार्टून (24,440 लीटर) शराब जब्त की जा चुकी है, जिसकी अनुमानित कीमत दो करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है। इस बार भी पुलिस की सतर्कता से बच न सका गिरोह
वर्तमान प्रकरण में तस्करी का रूट रोहतक (हरियाणा) – ग्वालियर (मध्यप्रदेश) – अंबिकापुर – जशपुर – रांची (झारखंड) बताया जा रहा है। मगर जशपुर पुलिस की सक्रिय मुखबिर तंत्र के चलते यह ट्रक आगडीह के पास ही पकड़ लिया गया। पुलिस ने ट्रक के साथ दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया और तस्करी में इस्तेमाल मोबाइल फोन व ट्रक को भी जब्त कर लिया। ट्रक की कीमत लगभग 12 लाख रुपए बताई गई है। कानूनी कार्रवाई
सिटी कोतवाली जशपुर में आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(1) और 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है। रणवीर सिंह और जगदीप सिंह को पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि ऑपरेशन आघात के तहत जशपुर पुलिस द्वारा लगातार नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस वर्ष अब तक हमने चार बड़ी शराब तस्करी की खेप पकड़ी हैं। वर्तमान मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, और तस्करी नेटवर्क की एंड-टू-एंड जांच जारी है। जल्द ही पूरे गिरोह का खुलासा किया जाएगा।”