सिंबर जुबीन गर्ग डेथ केस में बुधवार को असम पुलिस के DSP संदीपन गर्ग को अरेस्ट किया गया है। संदीपन गर्ग जुबीन गर्ग के चचेरे भाई हैं। हादसे के वक्त वह सिंगापुर में सिंगर के साथ मौजूद थे। इस मामले में यह पांचवीं गिरफ्तारी है। इससे पहले, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और उनके दो बैंड सदस्यों – शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत को अरेस्ट किया गया था। जुबीन गर्ग का निधन सिंगापुर में 19 सितंबर को हुआ था। सिंगर 20 सितंबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए हुए थे, जहां उन्होंने वाटर एडवेंचर एक्टिविटी में हिस्सा लिया था। दावा किया गया कि उनकी मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान एक हादसे में हुई थी। 4 अक्टूबर- गिरफ्तारी साथी का दावा, जहर दिया गया था
सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार उनके बैंडमेट (साथी सिंगर) शेखर ज्योति गोस्वामी ने 4 अक्टूबर को दावा किया था कि सिंगर के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और इवेंट ऑर्गनाइजर श्यामकनु महंत ने उन्हें जहर दिया था। दोनों ने हत्या को हादसा दिखाने की साजिश रची थी। शेखर जुबीन गर्ग की मौत के समय उनके साथ सिंगापुर में था। उसने पुलिस को बताया कि मैनेजर शर्मा पैन पैसिफिक होटल में उसके साथ रह रहा था और जुबीन की मौत से पहले उसका व्यवहार अजीबोगरीब था। शेखर ने बताया मैनेजर शर्मा ने समुद्र के बीचोंबीच याट (नाव) के चालक को हटाकर उसका कंट्रोल अपने हाथों में लिया। जुबीन समुद्र में जाने के बाद हांफ रहे थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके बावजूद शर्मा कह रहा था- जाबो दे, जाबो दे (उसे जाने दो, उसे जाने दो)। वहीं, आज सिंगर की पत्नी गरिमा ने पुलिस अधिकारियों को जुबीन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी लौटा दी। उन्होंने कहा यह उनका निजी दस्तावेज नहीं है। इसे सार्वजनिक करना या न करना पूरी तरह से जांच अधिकारियों के हाथ में होना चाहिए। गरिमा ने स्पष्ट किया कि उन्हें चल रही जांच प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है और वे न्याय की प्रक्रिया को उसके तरीके से पूरा होने देना चाहती हैं। उन्होंने कहा, मैंने खुद सोचा और सलाह भी ली। चूंकि जांच जारी है, इसलिए मैंने उस रिपोर्ट को अपना निजी दस्तावेज नहीं माना। इसलिए मैंने वह रिपोर्ट जांच अधिकारी को लौटा दी है। मुझे कानून की ज्यादा जानकारी नहीं है। यदि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने से जांच पर असर पड़ता है तो यह सही नहीं होगा। इसलिए मैंने रिपोर्ट पुलिस को सौंपना बेहतर समझा। बैंडमेट गोस्वामी के आरोप, कहा- जुबीन की मौत डूबने से नहीं हुई SIT ने अब तक 60 से ज्यादा FIR दर्ज कीं स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बताया कि जुबीन की मौत के मामले में अब तक राज्य में 10 लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं। स्पेशल DGP गुप्ता ने बताया कि सिंगापुर में की गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्रोटोकॉल के अनुसार परिवार को दी जाएगी। सिंगापुर की जांच टीम ने भी काम किया। उन्होंने परिवार से संपर्क भी किया है। वहीं, गुवाहाटी में किए गए दूसरे पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट का इंतजार है। विसरा सैंपल को डिटेल जांच के लिए दिल्ली के सेंट्रल फोरेंसिक लैब भेजा गया है। गुप्ता ने कहा कि विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार और हमारे पास उपलब्ध हो जाएगी। मृत्यु की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम के दौरान शरीर के आंतरिक अंगों जैसे आंत, लिवर, किडनी से लिए जाने वाले नमूने विसरा सैंपल (Viscera sample) कहलाते हैं। SIT को हादसे के पहले की मोबाइल रिकॉर्डिंग मिली न्यूज एजेंसी PTI के सूत्रों के अनुसार, पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार देर रात कहा था कि हमें आरोपियों के खिलाफ कुछ सबूत मिले हैं। इसलिए आगे जांच के लिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी थी। SIT सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में गोस्वामी गर्ग के बहुत करीब तैरते दिखाई दिए, जबकि अमृतप्रभा ने पूरी घटना को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड किया था। जुबीन गर्ग का निधन सिंगापुर में 19 सितंबर को हुआ था। सिंगर 20 सितंबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए हुए थे, जहां उन्होंने वाटर एडवेंचर एक्टिविटी में हिस्सा लिया था। दावा किया गया कि उनकी मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान एक हादसे में हुई। हालांकि, जुबीन की पत्नी गरिमा ने बताया था कि उनकी मौत दौरा पड़ने से हुई। उन्होंने बताया था कि इससे पहले भी सिंगर को कई बार दौरे पड़ चुके हैं। इससे पहले भी सिंगर को सिंगापुर में ही दौरा पड़ा था। उनकी पत्नी ने बताया था कि एक बार और इसी तरह की स्थिति बन गई थी। तब सभी दोस्त उनकी तबीयत बिगड़ने पर तुरंत अस्पताल ले गए थे, जिससे उनकी जान बच गई थी। जुबीन ने 38 हजार गाने गाए थे जुबीन का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वे असमिया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गायक, संगीतकार, गीतकार, एक्टर और डायरेक्टर रहे। उन्होंने असमिया, हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी भाषा में गाने गाए हैं। इसके अलावा सिंगर ने बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, गोलपारिया, कन्नड़, कार्बी, खासी, मलयालम, मराठी, मिसिंग, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, तिवा सहित 40 भाषाओं और बोलियों में 38 हजार से ज्यादा गाने गए। जुबीन असम के हाईएस्ट पेड सिंगर थे। …………………….. जुबीन गर्ग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… जुबीन गर्ग ने अपनी कमाई का 70% जरूरतमंदों को दिया:कंपोजर जॉय चक्रवर्ती ने बताया- सिंगर ने घर कैंसर मरीजों को ठहराने को किया समर्पित सिंगर जुबीन गर्ग की अंतिम विदाई से पता चला कि लोगों के दिलों में उनके लिए कितनी जगह थी। जुबीन सिर्फ एक अच्छे सिंगर ही नहीं, बल्कि दूसरों की मदद करने में भी आगे रहते थे। यहां पढ़ें पूरी खबर…