रूस ने कजाकिस्तान में हुए प्लेन क्रैश को लेकर किसी तरह की अटकलें लगाने की निंदा की है। दरअसल प्लेन क्रैश को लेकर आशंका जताई जा रही है कि रूस इसमें शामिल था। कजाकिस्तान के अक्ताऊ में 25 दिसंबर को करीब 12:30 बजे अजरबैजान का एक प्लेन एम्ब्रेयर 190 क्रैश हो गया था। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हुई थी। क्रैश होने के बाद शुरुआती जांच में यह बताया गया था कि प्लेन पक्षियों के झुंड के टकराने से क्रैश हुआ था। हालांकि बाद में बताया गया कि हादसा ऑक्सीजन टैंक में हुए ब्लास्ट की वजह से हुआ। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसे भी दावे किए गए हैं कि रूस की तरफ विमान पर हमला हुआ जिसकी वजह से वह क्रैश हो गया। फिलहाल कजाकिस्तान के अधिकारियों ने फ्लाइट का डेटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया है और वे क्रैश होने की वजह तलाश रहे हैं। इस बीच क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने गुरुवार को कहा कि जब तक प्लेन क्रैश होने की पूरी जांच नहीं हो जाती, तब तक अटकलबाजी से दूर रहना चाहिए। न हम ऐसा करते हैं और न ही किसी और को ऐसा करना चाहिए। क्रैश से पहले विमान के मूवमेंट एयरपोर्ट के चक्कर लगाने से लेकर क्रैश होने तक के फोटोज और वीडियो… रूस पर क्यों लग रहा विमान को क्रैश कराने का इल्जाम? प्लेन क्रैश के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें दिखाया गया है कि विमान के कुछ हिस्से में गोलियों के छर्रे जैसे निशान हैं। इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि रूस के एयर डिफेंस सिस्टम ने प्लेन को एक ड्रोन समझ लिया होगा और उस पर हमला किया होगा। रूसी सैन्य ब्लॉगर यूरी पोडोल्याका ने न्यूज एजेंसी AFP से कहा कि विमान के मलबे में देखे गए छेद एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम से हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि नुकसान से पता चलता है कि प्लेन गलती से किसी एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम से टकराया होगा। डिफेंस एक्सपर्ट जेम्स जे मार्लो ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें जानकारी मिली है कि जब ये हादसा हुआ तब रूसी डिफेंस सिस्टम ग्रोजनी में यूक्रेनी ड्रोन को इंटरसेप्ट कर रहे थे। अगर ये सच है तो हो सकता है कि डिफेंस सिस्टम ने प्लेन को ड्रोन समझ लिया हो और गलती से हमला कर दिया हो। रूस पर विमान का GPS जाम करने का आरोप प्लेन की ट्रैकिंग से जुड़ी जानकारी देने वाली वेबसाइट फ्लाइटरडार24 ने विमान को लेकर एक अलग दावा किया है कि हादसे से पहले उसका GPS जाम हो गया था। फ्लाइटरडार ने प्लेन से जुड़ा एक ग्राफ भी शेयर किया है। प्लेन के GPS जाम होने को भी रूस से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, रूस पर पहले भी GPS ट्रांसमिशन फेल करने के आरोप लग चुके हैं। अजरबैजान के राष्ट्रपति ने रूस दौरा रद्द किया हादसे के बाद अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव ने अपना रूस का दौरा कैंसिल कर दिया। उन्हें एक समिट में हिस्सा लेने के लिए 26 अक्टूबर को मॉस्को जाना था। इसके भी अलग मायने निकाले जा रहे हैं। राष्ट्रपति अलियेव ने गुरुवार को शोक दिवस घोषित किया है। उन्होंने विमान हादसे की जल्द से जल्द जांच करने का आदेश दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि विमान हादसे को लेकर कई थ्योरीज चल रही हैं, उनपर चर्चा करना जल्दबाजी होगी। इसकी ठीक से जांच होनी चाहिए। क्रैश हुए विमान एम्ब्रेयर 190 को जानें… एम्ब्रेयर 190 दो जेट इंजन वाला विमान है। इसे रीजनल एयर कनेक्टिविटी यानी ये कम दूरी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नैरो बॉडी के इस विमान को 2004 में लॉन्च किया गया था। अगले साल यानी 2005 में इसकी कॉमर्शियल उड़ानें शुरू हुई थीं। अलग-अलग सिटिंग अरेंजमेंट के मुताबिक इसमें यात्री और क्रू मेंबर मिलाकर 90 से 98 लोग सफर कर सकते हैं। यह विमान सिंगल-आइल है यानी इसमें दोनों तरफ सीट्स और बीच मेें गैलरी होती है। एम्ब्रेयर 190 जेट में दो टर्बोफैन इंजन लगे होते हैं, जिससे यह 4000 KM जितनी लंबी दूरी तय कर सकता है। ……………………………………….. अजरबैजान प्लेन क्रैश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कजाकिस्तान में प्लेन क्रैश, 38 लोगों की मौत:अजरबैजान से रूस जा रहा था; जमीन से टकराने के बाद धमाका, 2 हिस्सों में टूटा