धनतेरस से दिवाली पर्व का आगाज हो जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी, धन कुबरे देव और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। धनतेरस से जुड़ी कई कथाएं है, लेकिन इस दिन का सबसे ज्यादा महत्व 13 दीयों से है। धार्मिक शास्त्रों में 11,21,51,101,108 आदि संख्या को ही शुभ माना जाता है, लेकिन धनतेरस पर घर में 13 दीए जलाने का प्रचलन है। इसके पीछे के क्या कारण, वो आपको बताते हैं। आखिर क्यो धनतेरस पर 13 दीए जलाएं जाते है।
धनतेरस पर क्यों जलाएं 13 दीपक
अंक शास्त्र में 13 नंबर को सिर्फ अध्यात्म से नहीं बल्कि तंत्र-मंत्र से भी जोड़कर देखा जाता है। कई बार इस अंक को स्त्रीत्व से भी जोड़ा जाता है और यह काफी ऊर्जावान अंक है। पूजा-पाठ के दौरान 13 की संख्या में वैसे कुछ भी नहीं किया जाता है। लेकिन इसे अशुभ भी नहीं माना जाता है। इसके अलावा, हिंदू पंचांग में तेरहवी तिथि ‘त्रयोदशी’ मानी जाती है, यह तिथि भगवान शिव को समर्पित है। कार्तिक मास की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इसलिए इस दिन 13 दीपक जलाएं जाते हैं, यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
धनतेरस पर 13 दीपक जलाने का नियम
– शाम के समय सबसे पहले आप यमराज के नाम पर चौमुखी दीपक दक्षिण दिशा में जलाना चाहिए। बाजार में मिट्टी का चौमुखी दिया मिल जाएगा या आप आटा का चौमुखा दीया बनाकर जला सकते हैं। इस दिया को आप नाली के पास रखना चाहिए।
– दीपक जलाने से पहले आपको उसकी पूजा करना चाहिए। जहां आप दीपक रखना चाहती है वहां पर सफाई कर लें।
– घर के आंगन में एक दीपक को रखना चाहिए। अगर आप रंगोली बनाकर उस पर दीपक रखकर दीया रख सकती है।
धनतेरस पर दीया जलाने की विधि
– धनतेरस के लिए आपको पक्की मिट्टी के 12 दीए और कच्ची मिट्टी का 1 दीया जरुर लें। फिर इन दियों को पानी में डूबोकर रख दें।
– फिर आप इसमें रूई की बाती और सरसों का तेल डालें और दिया जलाएं।
– इसके बाद शुद्ध जल से दीयों को 3 बार आचमन करें।
– अब इन दीयों की पूजा करें। दीपक पर रोली और चावल छिड़कें और खील आदि डालकर प्रणाम करें।
– इसके बाद आपको कुबेर, यम, तुलसी, लक्ष्मी और धन्वंतरि के लिए पांच दीए अलग निकाल कर, बाकी दीयों को अलग-अलग दिशाओं में रख दें।
धनतेरस के दिन कहां और कैसे जलाएं 13 दिए ?
– इस दिन 2 दिए घर के मुख्य द्वार पर रखें। जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आए और माता लक्ष्मी का घर मे वास हो।
– 1 दीया तुलसी के पौधे के पास जरुर रखना चाहिए। ऐसा करने से घर के क्लेश मिटते है।
– 1 कच्ची मिट्टी का दीया आपको नाली के पास यम के नाम का रखना है। ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय कम हो जाता है।
– एक दीया बाथरुम रखें, ऐसा करने से घर का नरख खत्म हो जाता है।
– 1 दीया को नजदीकी चौराहे पर रखना चाहिए।
– इस दिन 4 मुखी वाला दीया दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। यह मंगल की दिशा होती है, ऐसा करने से मंगल दोष दूर होता है। पितृदोष भी दूर होता है।
– भगवान कुबेर के नाम का दीपक उत्तर दिशा में रखना चाहिए।
– धनतेरस पर घर के पश्चिम दिशा में शनि देव के नाम का दीपक जलाना चाहिए।