पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रमुख मोहसिन नकवी ने एशिया कप ट्रॉफी ACC ऑफिस में जमा करा दी है। रविवार को हुए एशिया कप फाइनल के बाद भारतीय टीम ने नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से मना कर दिया था। इसके बाद ACC के किसी अन्य अधिकारी से टीम को ट्रॉफी देने की जगह नकवी इसे अपने साथ होटल ले गए थे। वे इस बात पे अड़ गए थे कि भारतीय टीम को वही ट्रॉफी देंगे। इसके दो दिन बाद मंगलवार को ACC की सालाना बैठक हुई। इसमें भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने नकवी को जल्द से जल्द ट्रॉफी वापस करने को कहा था। NDTV ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारतीय अधिकारियों ने नकवी को चेतावनी दी थी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनको ACC प्रमुख के पद से हटाया जा सकता है। इसके बाद नकवी ने ट्रॉफी ने जमा कराई है। अब यह ट्रॉफी भारत को कैसे दी जाएगी इस पर फैसला बाकी है। नकवी ने कहा था- मैं कार्टून की तरह खड़ा था मंगलवार को BCCI ने ACC की एनुअल जनरल मीटिंग में भारत ने चैंपियन बनने के बावजूद ट्रॉफी नहीं दिए जाने का कड़ा विरोध किया था। इस पर नकवी ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें लिखित में कहीं से यह सूचना नहीं दी गई थी कि भारतीय टीम उनसे ट्रॉफी नहीं लेगी। उन्होंने कहा- ‘मैं तो वहां बिना वजह एक कार्टून की तरह खड़ा था।’ 29 सितंबर को BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने कहा था कि वह इस मामले को नवंबर में होने वाली ICC मीटिंग में भी रखेंगे। ACC की AGM में क्या-क्या हुआ? इस मीटिंग में राजीव के अलावा, BCCI के आशीष शेलार भी मौजूद रहे। दोनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीटिंग में जुड़े थे। एशिया कप जीतकर बिना ट्रॉफी के लौटी टीम इंडिया 28 सितंबर को हुए फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया था। पोस्ट मैच प्रजेंटशन में इंडिविजुअल अवॉर्ड लेने के बाद ACC चीफ मोहसिन नकवी भारतीय टीम को विनिंग ट्रॉफी और प्लेयर्स को मेडल देना चाहते थे। वे पाकिस्तान के गृह मंत्री भी है, इसलिए भारतीय प्लेयर्स ने उनके हाथों अवॉर्ड लेने से मना कर दिया। इसके बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बिना ट्रॉफी के ही फाइनल जीत को सेलिब्रेट किया। 29 सितंबर को टीम बगैर ट्रॉफी के ही भारत लौट आई। बगैर ट्रॉफी के सेलिब्रेट किया था फाइनल से पहले भी टूर्नामेंट में हुए तीन विवाद
फाइनल के बाद हुआ ट्रॉफी विवाद इस टूर्नामेंट के विवादों का चौथा चैप्टर था। इससे पहले तीन विवाद और हुए थे। पहला विवाद: दोनों कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया
14 सितंबर को लीग मैच में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस के समय पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया था। इसके बाद मैच जीतने के बाद भी भारतीय प्लेयर्स सीधा अपने पवेलियन लौट गए थे। जिसके विरोध में पाकिस्तानी टीम ने पोस्ट मैच कॉन्फ्रेंस कैंसिल कर दी थी। दूसरा विवाद : पाकिस्तानी टीम का खेलने से इनकार, एक घंटे देर से आई टीम
हैंडशेक विवाद के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट से शिकायत की। इसका कोई असर नहीं हुआ। ऐसे में PCB पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग पर अड़ गया। उसने एशिया कप से हटने की धमकी दी। इसी कारण से पाकिस्तानी टीम 17 सितंबर को UAE के खिलाफ मैच के लिए एक घंटे देरी से पहुंची। ICC के हस्ताक्षेप के बाद मामला सुलझा और पाकिस्तान की टीम मैच खेलने के लिए तैयार हुई। PCB की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पाइक्रॉफ्ट ने पाकिस्तान के कप्तान, कोच और मैनेजर से माफी मांगी है। तीसरा विवाद : रऊफ का इशारा, अभिषेक-गिल से भी भिड़े
भारत के खिलाफ सुपर-4 मैच में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ बाउंड्री के पास खड़े थे, जहां भारतीय फैंस उन्हें ‘कोहली-कोहली’ के नारों से चिढ़ा रहे थे। इसके जवाब में रऊफ ने अपनी उंगलियों से 6-0 का इशारा किया। यह इशारा मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा पर 4 दिन चले संघर्ष से जुड़ा था, जिसमें पाकिस्तान ने 6 भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने का दावा किया था, जो कभी साबित नहीं सका। रऊफ का यह इशारा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और भारतीय फैंस ने उनकी इस हरकत की आलोचना कर उन्हें ट्रोल किया। एशिया कप में भारत ने पाकिस्तान को 3 बार हराया
इस एशिया कप में भारत और पाकिस्तान की टीमें 3 बार टकराईं। भारत ने तीनों मैच जीते पर पाकिस्तानी खिलाड़ियों से एक बार भी हाथ नहीं मिलाया। टीम ने 14 सितंबर को लीग मैच में पाकिस्तान को 7 विकेट, 21 सितंबर को सुपर-4 में 6 विकेट और 28 सितंबर को खेले गए फाइनल में 5 विकेट हराया। ——————