पिछले एक महीने में ऐसे तीन मामले भोपाल के कुटुंब न्यायालय में आ चुके जिसमें पत्नियों की धार्मिकता को तलाक का आधार बनाया गया है। कुटुंब न्यायालय के काउंसलर ऐसे दंपती को समझाकर विवाह बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले एक महीने में ऐसे तीन मामले भोपाल के कुटुंब न्यायालय में आ चुके जिसमें पत्नियों की धार्मिकता को तलाक का आधार बनाया गया है। कुटुंब न्यायालय के काउंसलर ऐसे दंपती को समझाकर विवाह बचाने की कोशिश कर रहे हैं।