पहला सुख निरोगी काया…10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’ पर टोल फ्री नंबर – 155258 जारी

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आज भी छोटी-छोटी बीमारियों जैसे सर्दी, खाँसी या बुखार के लिए लोग धड़ल्ले से एंटीबायोटिक का उपयोग करते हैं, बिना यह समझे कि उसके कितने दूरगामी दुष्प्रभाव हो सकते हैं। आयुर्वेद को अक्सर लोग अंतिम विकल्प के रूप में चुनते हैं, जबकि यदि इसका सही उपयोग सही समय पर किया जाए तो शरीर को नष्ट होने से बचाया जा सकता है।

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