सरकारी स्कूलों से शिक्षकों के अनुपस्थित रहने पर लगाम लगाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक जुलाई से ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए अनिवार्य किया था। पहले दिन ही यह व्यवस्था शिक्षकों ने फेल कर दी। प्रदेश के 3.50 लाख शिक्षकों में से करीब 10 हजार ने ऑनलाइन हाजिरी लगाई यानी सिर्फ तीन प्रतिशत शिक्षकों ने एप से उपस्थिति दर्ज की।