मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने दावा किया है कि पुलिस की फायरिंग में अब तक उनके 250 से ज्यादा कार्यकर्ता और नेता मारे गए हैं, जबकि 1,500 से अधिक घायल हुए हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। दरअसल, ये प्रदर्शनकारी 9 अक्टूबर से गाजा में ट्रम्प के पीस प्लान का विरोध कर रहे थे। पाकिस्तान ने इस प्लान का समर्थन किया है। इसे लेकर देश में तनाव बढ़ गया है। TLP इसका विरोध कर रही है। TLP चीफ साद हुसैन रिजवी इसका नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने सरकार विरोधी, गाजा समर्थक और इजराइल विरोधी अभियान के तहत लाहौर से इस्लामाबाद तक लंबा मार्च किया। पार्टी के प्रवक्ता के अनुसार, रिजवी को भी तीन गोलियां लगीं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें पास के एक मेडिकल सेंटर ले जाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घटना कहां हुई या कितने लोग मरे हैं, इस बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। टीएलपी प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी पंजाब के कई हिस्सों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और झड़पें जारी हैं। टीएलपी ने कहा है कि वे पीछे नहीं हटेंगे। 5 तस्वीरों में TLP का प्रदर्शन… 2 पुलिस अधिकारी की भी मौत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सुरक्षा बलों और तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शनकारियों के बीच सोमवार को हिंसक झड़पें हुईं। इसमें 2 पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई और दर्जनों दूसरे अधिकारी घायल हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन रात 2 बजे शुरू हुआ और सुबह 7 बजे तक चला। मुरीदके में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की। पाकिस्तान रेंजर्स सहित सुरक्षा बलों ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर कैंप लगाए थे, लेकिन भारी बैरिकेडिंग के बावजूद हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने शनिवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान 170 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुरक्षा बलों ने उनके खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल किया। यहां मीडिया कवरेज भी बैन है। TLP नेता को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो हिंसा भड़की इस प्रदर्शन की शुरुआत तब हुई, जब गुरुवार देर रात पंजाब पुलिस ने TLP मुख्यालय पर छापा मारकर इसके नेता साद रिजवी को गिरफ्तार करने की कोशिश की थी। साद निकल गया, लेकिन पुलिस और साद समर्थकों के बीच हुई झड़पों में कई लोग घायल हुए थे। पुलिस ने शहर के अंदर और बाहर की सड़कें बंद कर दी थी। दंगा रोकने के लिए पुलिस को प्रमुख रास्तों पर तैनात किया गया और सरकारी दफ्तरों व विदेशी दूतावासों वाले रेड जोन को पूरी तरह सील कर दिया गया। 2015 में हुई थी TLP की स्थापना TLP की स्थापना 2015 में खादिम हुसैन रिजवी ने की थी। वे पंजाब के धार्मिक विभाग में काम करते थे, लेकिन 2011 में सलमान तासीर की हत्या करने वाले मुमताज कादरी का समर्थन करने पर नौकरी से निकाले गए। 2016 में कादरी को सजा होने पर TLP ने ईश निंदा के मुद्दे पर देशव्यापी प्रदर्शन शुरू किए। खादिम ने फ्रांस के खिलाफ भी भड़काऊ बयान दिए। उनकी मृत्यु के बाद 2021 में बेटे साद रिजवी ने संगठन संभाला। ——————————————- ये खबर भी पढ़ें… पाकिस्तान में पुलिस फायरिंग से 11 प्रदर्शनकारियों की मौत: गाजा पीस प्लान का विरोध कर रहे थे; अमेरिकी दूतावास की तरफ मार्च निकाला था पाकिस्तान में शुक्रवार को कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के सदस्यों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में 11 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कई घायल हुए। इससे पहले 2 लोगों की मौत की खबर थी। पूरी खबर पढ़ें…