फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने कहा है कि भारत उभरती हुई महाशक्ति है। उसे रूस और चीन की तरह नहीं माना जा सकता। स्टब ने हेलसिंकी सिक्योरिटी फोरम 2025 की बैठक में पश्चिमी देशों को दिल्ली के साथ और गहरे संबंध बनाने के लिए कहा। स्टब ने रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने में भारत की अहम भूमिका पर भी जोर दिया। फोरम 2025 में बोलते हुए स्टब ने कहा, मैंने पीएम मोदी से यूक्रेन के हालात पर बात की है। भारत का इसमें भू-राजनैतिक हित है, इसलिए हमें उन्हें शांति प्रयासों में शामिल करना होगा। यूक्रेन में शांति की शुरुआत सीजफायर से हो स्टब ने कहा है कि यूक्रेन में शांति प्रक्रिया की शुरुआत युद्धविराम से होनी चाहिए। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक की औपचारिक तारीख तय होनी चाहिए। स्टब ने कहा कि रूस पर आर्थिक प्रतिबंध जारी रखना चाहिए और साथ ही यूक्रेन को सैन्य मदद भी बढ़ानी होगी। ट्रम्प के करीबी माने जाते हैं स्टब स्टब को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का करीबी माना जाता है। मार्च में फ्लोरिडा के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में सात घंटे लंबे गोल्फ राउंड के दौरान उनकी दोस्ती और गहरी हुई थी। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, स्टब उन चुनिंदा यूरोपीय नेताओं में हैं जिनकी राय ट्रम्प पर असर डाल सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि छोटे देशों में स्टब की बराबरी का कोई भी नेता नहीं है। उनकी ट्रम्प तक बहुत अच्छी पहुंच है। इतनी ताकत इससे पहले किसी भी छोटे यूरोपीय देश के नेता को नहीं मिली। भारत के साथ अच्छे से पेश आना जरूरी स्टब ने पिछले महीने एक बयान में कहा था कि भारत के साथ, विदेश नीति में अधिक सम्मान और सहयोग दिखाना जरूरी है। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अमेरिका इस खेल में हार जाएगी। स्टब ने चीन के तियानजिन में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट का भी जिक्र किया था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी शामिल थे। उन्होंने कहा था कि यह बैठक पश्चिमी देशों को याद दिलाती है कि क्या सब कुछ दांव पर लगा हुआ है। ——————————– ये खबर भी पढ़ें… तुर्किये के राष्ट्रपति ने UN में फिर कश्मीर मुद्दा उठाया: कहा- भारत-पाकिस्तान सुरक्षा परिषद की मदद लें; 2019 से 6 बार जिक्र कर चुके तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे को हल करने की वकालत की। पूरी खबर पढ़ें…