अहमदाबाद में शनिवार को 70वीं फिल्मफेयर अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन हुआ। कार्तिक आर्यन को फिल्म चंदू चैंपियन और अभिषेक बच्चन को फिल्म आई वॉन्ट टू टॉक के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला। आलिया भट्ट फिल्म जिगरा के लिए बेस्ट एक्ट्रेस चुनी गईं। बेस्ट फिल्म लापता लेडीज रही और इसी फिल्म के लिए किरण राव ने बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड अपने नाम किया। फिल्मफेयर अवॉर्ड में 14 अवॉर्ड हासिल कर फिल्म लापता लेडीज इसके इतिहास में सबसे ज्यादा अवॉर्ड जीतने वाली फिल्म बन चुकी है। अब तक ये रिकॉर्ड 13 अवॉर्ड जीतने वाली गली बॉय के पास था। इसके अलावा इस फिल्म ने सबसे ज्यादा 24 नॉमिनेशन हासिल करने का भी रिकॉर्ड कायम किया है। एक नजर फिल्मफेयर अवॉर्ड विजेताओं की लिस्ट पर- कार्तिक आर्यन और अभिषेक बच्चन बने बेस्ट एक्टर कार्तिक आर्यन को फिल्म चंदू चैंपियन और अभिषेक बच्चन को फिल्म आई वॉन्ट टू टॉक के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला है। दोनों अवॉर्ड लेने साथ मंच पर पहुंचे। शाहरुख खान, अनन्या पांडे ने दी परफॉर्मेंस- एक नजर फिल्मफेयर अवॉर्ड के इतिहास पर- फिल्मफेयर से जुड़े ये विवाद भी पढ़िए- ऋषि कपूर ने दावा किया- 30 हजार में खरीदा था पहला अवॉर्ड ऋषि कपूर ने अपनी आटोबायोग्राफी खुल्लम-खुल्ला में ये खुलासा किया था कि उन्होंने पहली फिल्म बॉबी के लिए पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड 30 हजार रुपए में खरीदा था। उन्होंने बुक में कहा कि 1973 में ही बॉबी और जंजीर साथ रिलीज हुई थीं। जंजीर सुपरहिट रही और अमिताभ को अवॉर्ड मिलने की उम्मीद रही। मुझे ये कहते हुए शर्म आती है कि मैंने वो अवॉर्ड खरीदा। अमिताभ को बाद में किसी से पता चला कि मैंने अवॉर्ड के लिए पैसे दिए थे। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि 1974 में मैं महज 22 साल का था। पैसा कहां खर्च करना है, कहां नहीं, इसकी बहुत समझ नहीं थी। बाद में मुझे अपनी गलती का अहसास हुआ। ऋषि कपूर के खुलासे के बाद अवॉर्ड सेरेमनी की खूब आलोचना हुई, लेकिन इससे पहले भी कई लोगों ने सेरेमनी पर इसी तरह के इल्जाम लगाए थे। पाकीजा को अवॉर्ड नहीं मिला, तो प्राण ने अपना अवॉर्ड ठुकराया 1972 में फिल्मफेयर अवॉर्ड से जुड़ा पहला विवाद तब हुआ जब एक्टर प्राण ने अवॉर्ड स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्हें फिल्म बेईमान के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड दिया जा रहा था, लेकिन उन्होंने देखा कि कमाल अमरोही की ब्लॉकबस्टर फिल्म पाकीजा को एक भी अवॉर्ड नहीं मिला। वो इस बात से दुखी हुए और अपना अवॉर्ड लेने से मना कर दिया। आमिर खान ने फिल्मफेयर अवॉर्ड का किया बहिष्कार आमिर खान की फिल्म रंगीला 1995 में रिलीज हुई थी। उन्हें उम्मीद थी कि इसे अवॉर्ड मिलेंगे, लेकिन फिल्मफेयर अवॉर्ड की घोषणा हुई तो फिल्म को अवॉर्ड तो दूर, नॉमिनेशन तक नहीं मिला था। इसके बाद आमिर ने अवॉर्ड फंक्शन पर कभी न जाने का इरादा कर लिया। रंगीला से पहले फिल्म जो जीता वही सिकंदर और हम हैं राही प्यार के भी अवॉर्ड नहीं जीत सकी थीं। पैसों के बदले मौसमी को हुई थी अवॉर्ड की पेशकश लहरें रेट्रो को दिए गए एक इंटरव्यू में मौसमी चटर्जी ने बताया था कि उन्हें पैसे देने पर फिल्मों अनुराग और रोटी कपड़ा और मकान के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने कहा कि वो पैसों के बदले अवॉर्ड नहीं लेंगी। शाहरुख खान पर भड़क गए थे नील नितिन मुकेश साल 2009 में आयोजित फिल्मफेयर अवॉर्ड में शाहरुख खान होस्ट थे। सेरेमनी के बीच शाहरुख ने नील नितिन मुकेश से कहा कि तुम्हारा सरनेम क्या है। नील, नितिन, मुकेश तीनों ही फर्स्ट नेम है। इस सवाल पर नील भड़क गए और उन्होंने भरी सेरेमनी में शाहरुख खान को फटकार लगा दी। उन्होंने कहा, ये बहुत घटिया सवाल है। आप अक्सर फिल्मफेयर पोडियम में खड़े होकर इस तरह की बातें करते हैं, लेकिन मुझे ये वाकई अपमानजनक लगा। मुझे लगता है आप दोनों को चुप हो जाना चाहिए। नसीरुद्दीन शाह ने फिल्मफेयर पर दिया आपत्तिजनक बयान एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि उन्होंने फिल्मफेयर अवॉर्ड ट्रॉफी से बाथरूम डोर का हैंडल बनवाया है। उन्होंने कहा था- मेरे लिए इन अवॉर्ड्स का अब कोई मतलब नहीं है। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में मिलने वाली ट्रॉफी को मैं वॉशरूम के हैंडल के तौर पर यूज करता हूं। जब कोई मेरे घर के वॉशरूम में जाएगा तो उसे दरवाजे पर फिल्मफेयर की दो ट्रॉफियां हैंडल के रूप में लटकी मिलेंगीं।