फैट वॉलेट सिंड्रोम : पिछली जेब में मोटा पर्स रखना पड़ सकता है भारी

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फैट वॉलेट सिंड्रोम से रीढ़ की हड्डी और कमर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पिछली जेब में मोटा पर्स रखने से साइटिक नस दबती है, जिसकी वजह से शरीर में दर्द होता है। इसको लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि पर्स हल्का रखें और पिछली जेब में न रखें। जागरूकता और सावधानी से इस समस्या से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य के लिए आदत बदलना जरूरी है।

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