अमेरिका के न्यूयॉर्क में शुक्रवार को स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के चारों तरफ ‘बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार खत्म करो’ के स्लोगन के साथ बैनर उड़ता नजर आया। यह बैनर हिंदू अमेरिकी ग्रुप ने लहराया था। बांग्लादेशी हिंदू कमेटी के सदस्य सीतांगशु गुहा ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदू खत्म होने की कगार पर हैं। हमें उम्मीद है कि हमारी यह कोशिश जागरूकता बढ़ाएगी और UN उग्रवादी इस्लामी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। अगर बांग्लादेश से सभी हिंदू खत्म हो गए, तो वह अफगानिस्तान 2.0 बन जाएगा। वहां के उग्रवादी भारत और दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगेंगे।” बांग्लादेश में 5 अगस्त को शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं। पिछले कुछ समय में सामने आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2 लाख हिंदुओं के खिलाफ हिंसा, अपहरण, लिंचिंग और संपत्ति जब्त करने जैसे कई मामले सामने आ चुके हैं। हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ आया यहूदी समाज
अमेरिका में यहूदी समुदाय ने हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ एकजुटता दिखाई है। गीता संघ के सदस्य सुरजीत चौधरी ने बांग्लादेशी सरकार से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को रोकने और राजनीतिक मतभेदों को लोकतांत्रिक तरीके से हल करने की अपील की। इसके अलावा हिंसा बंद होने तक अमेरिकियों से बांग्लादेशी परिधानों का बहिष्कार करने की भी अपील की गई। वॉलमार्ट, एच एंड एम और गैप इंक जैसी प्रमुख कंपनियों से भी शिपमेंट रोकने के लिए अपील की जा रही है। यूनुस ने कहा था- अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्ट बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई गई
बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस ने 17 अगस्त को PM मोदी से फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। उन्होंने स्थिति को जांचने के लिए भारतीय पत्रकारों को देश का दौरा करने और वहां पर से घटना की रिपोर्टिंग करने के लिए आमंत्रित किया था। PM मोदी के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाने पर यूनुस ने कहा था कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों समेत देश के सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए कमिटेड है। बांग्लादेश में स्थिति अब नियंत्रण में है और देश में जनजीवन सामान्य हो रहा है। यूनुस के दावे और जमीनी हकीकत में अंतर
एक और मुहम्मद यूनुस दावा कर रहे हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है, जबकि हकीकत यह है कि हिंसक प्रदर्शनों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले लगातार बढ़े हैं। हिंदुओं पर हमले के 200 से अधिक मामले सामने आए चुके हैं। उनके घर और मंदिरों को तोड़ा और जलाया गया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अगस्त में इसके लिए माफी भी मांगी थी। गृह मंत्रालय के सलाहकार रिटायर्ड ब्रिगेडियर जनरल सखावत हुसैन ने कहा था कि हम हिंदू समुदाय की रक्षा करने में असफल रहे। हम हिंदू समुदाय से माफी मांगते हैं। ———————————————— बांग्लादेश में हिंदुओं के हाल पर यह ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें… बांग्लादेश में हिंदुओं के घर-मंदिरों पर हमले: भीड़ से बचाने के लिए मुस्लिम दे रहे पहरा, कैसे बीते 48 घंटे बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रह रहे गोविंदो चंद्रप्रामाणिक की दैनिक भास्कर से बातचीत में चिंता साफ नजर आती है। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ चुकी थीं और सड़क पर लोगों का हुजूम था। इस दौरान क्या घटा, उन्होंने 48 घंटों का अनुभव हमसे साझा किया। पूरी खबर पढ़ें…