स्वर सामग्री लता मंगेशकर का 28 सितंबर को जन्मदिन था। मुंबई में जहां उनकी बहन उषा मंगेशकर ने एक कार्यक्रम रखा था। तो पुणे में उनके भाई ने एक म्यूजिक प्रोग्राम आयोजित किया था। इसमें लता मंगेशकर की बहन मीनाताई मंगेशकर की बेटी और लता दीदी की भांजी रचना शाह भी शामिल हुई थीं। इस दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से खास बातचीत करते हुए लता दीदी से जुड़े कई किस्से भी शेयर किए। लता दीदी ने रखा था मेरे नाम- रचना शाह लता मंगेशकर की भांजी रचना शाह ने कहा, ‘मैं लता दीदी की बहन मीनाताई मंगेशकर की बेटी हूं। मेरी लाइफ में दीदी का रोल काफी डायनामिक रहा है। मैं जब अपनी मां के पेट में थी, तब से मेरा और दीदी का नाता बन गया था। वैसे तो मेरे से बड़े भाई योगेश हैं। लेकिन जब मैं होने वाली थी, तब दीदी ने मां से पहले ही कह दिया था कि ‘मीना! इस बार तुम्हें लड़की होगी। उसका नाम रचना रखूंगी। वह मेरी होगी।’ दीदी की बात सच साबित हुई और मेरा नाम रचना रखा गया। आज दीदी हमारे बीच में नहीं, पर ऊपर हैं। बस, इतना सा फर्क है।’ ‘लता दीदी से रिश्तों को निभाना सीखा’ रचना शाह ने कहा, ‘दीदी अपनी रिकॉर्डिंग के दौरान म्यूजिक कंपोजर के बारे में भी पूछा करती थीं। दीदी को पता था कि मैं देव आनंद साहब की बहुत बड़ी फैन रही हूं। एक रोज दीदी देव साहब के गाने की रिकॉर्डिंग कर रही थीं तब उन्होंने मुझे बुलाया था और कहा था तुम्हें आना ही होगा। गाना था- ‘प्यार के लिए बनी मैं, प्यार के लिए सजी मैं…’। मैं स्टूडियो गई। गाना रिकॉर्ड हुआ, तब देव साहब के सेक्रेटरी ने आकर देव साहब को एक लिफाफा दिया। उसमें चेक था। देव साहब वह लिफाफा दीदी को देने लगे, तब दीदी ने बोला कि यह क्या है? उन्होंने अपनी स्टाइल में थैंक्यू बोला। दीदी ने चेक लिया और उसे फोल्ड करके वापस देव साहब के हाथ में पकड़ा दिया। कहा कि ‘देव साहब, मैं कुछ नहीं लूंगी।’ बस उस वक्त मैंने दीदी से रिश्तों को निभाना सीखा था।’ रचना शाह बोलीं- ‘दीदी अपने उसूलों की पक्की थीं’ रचना शाह ने बताया, ‘लता दीदी हमेशा से ही अपने उसूलों की बड़ी पक्की रहीं। वह हमेशा रिकॉर्डिंग रूम के बाहर चप्पल निकाल कर जाती थीं। प्रोग्राम करने जाती थीं, तब स्टेज पर जाने से पहले प्रणाम करती थीं। वे मंदिर की तरह रिकॉर्डिंग रूम और स्टेज के प्रति श्रद्धा रखती थीं। ‘एक तू ही भरोसा है… सॉन्ग दीदी पर पिक्चराइज किया गया था’ लता मंगेशकर की भांजी रचना शाह ने आगे बताया, एक रोज बोनी कपूर, अनिल कपूर और राजकुमार संतोषी दीदी से मिलने आए थे। काफी बातचीत हुई थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म पुकार के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था कि एआर रहमान म्यूजिक कंपोजर हैं। आपको ‘एक तू ही भरोसा है…’ गाना खुद पर गाना है। यह गाना किसी और पर पिक्चराइज नहीं करेंगे। यह सुनकर दीदी ने कहा कि मैंने कभी एक्टिंग नहीं की है, कैसे करूंगी। लेकिन दीदी अनिल कपूर की फैन थीं। तो सभी के कहने पर दीदी ने भी हां कर दिया। इस फिल्म की शूटिंग हैदराबाद में हुई थी।यह गाना रात में शूट हुआ। इसमें मैं और मेरे पति ईएनटी सर्जन डॉ. नितीश शाह भी शामिल हुए। दीदी के लिए यह अलग ही अनुभव रहा, सो वे बड़ी खुश थीं। ‘दीदी ने अपनी शर्त पर यूनाइटेड स्टेट में किया था परफॉर्म’ रचना शाह ने आगे कहा, ‘पहली बार यूनाइटेड स्टेट में दीदी ने 1975 में परफॉर्म किया था। इससे पहले हमारे जो भी इंडियन आर्टिस्ट वहां परफॉर्म करने जाते थे, उन्हें अमेरिका में मेन स्ट्रीम वेन्यू नहीं दिया जाता था। कम्युनिटी हॉल, कम्युनिटी सेंटर, स्कूल आदि में आर्टिस्ट परफॉर्म करके आते थे। लेकिन जब दीदी को बुलाया गया था, तब उन्होंने साफ कर दिया था कि अगर मैं आऊंगी, तब कम्यूनिटी हॉल में नहीं गाऊंगी। मैं मेन स्ट्रीम पर गाऊंगी, जहां पर आपके आर्टिस्ट गाते हैं। वरना मुझे आना ही नहीं है और वे मान गए थे।’