मां ने बेटी का गला घोंटा,फिर लगाई फांसी:बेटे ने कमरे से भागकर बचाई जान,बालोद में आरक्षक पति की पहले ही हो चुकी थी मौत

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छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में मां ने अपनी बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर साड़ी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जबकि बेटे ने किसी तरह कमरे से भागकर अपनी जान बचाई। वहीं, महिला की कॉन्स्टेबल पति की पहले ही मौत हो चुकी है। मामला बालोद शहर थाना क्षेत्र के शिकारीपारा वार्ड का है। महिला के पिता ने बताया कि, पति की मौत के बाद बेटी अजीब हरकतें करती थी। उसकी मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी। अब उन दोनों का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम सांकरी (लाटाबोड़) में किया जा रहा है। जानिए क्या है पूरा मामला ? जानकारी के मुताबिक, निकिता पटौदी (37) पिछले कुछ साल से मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे उसने पहले अपने बेटे रेवेंद्र पटौदी (13) का गला दबाने की कोशिश की। रेवेंद्र किसी तरह खुद को छुड़ाकर भाग गया। अपने मौसी के कमरे में जाकर बिना किसी को कुछ बताए सो गया। इसके बाद निकिता ने अपने कमरे में सो रही बेटी वैभवी (10) का साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर उसी साड़ी के आधे हिस्से को काटकर पंखे में बांधकर फांसी लगा ली। सुबह जब पड़ोसी घर के पीछे की ओर पुताई कर रहा था, तब वेंटिलेशन से अंदर झांकने पर उसे कमरे के भीतर का भयावह दृश्य दिखा। उसने तुरंत परिजनों को इसकी जानकारी दी। पति की मौत के बाद अजीब हरकतें करती थी बेटी- पिता मृतिका के पिता पंवर सिंह सोरी ने बताया कि, निकिता की शादी ग्राम सांकरी में हुआ था। उनके पति रविशंकर पटौदी दल्लीराजहरा थाने में आरक्षक थे। तीन साल पहले कुसुमकसा के पास सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद से निकिता की मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी। वह अपने मायके शिकारीपारा में रह रही थी। वह कई बार अजीब हरकतें करती थी, लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। दीवाली की तैयारी कर रही थी वैभवी परिजनों ने बताया कि, निकिता के दोनों बच्चे बालोद में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। बेटा रेवेंद्र 8वीं और बेटी वैभवी 5वीं कक्षा की छात्रा थी। वैभवी दीवाली की तैयारी में जुटी हुई थी, लेकिन अब घर पर मातम छा गया है। निकिता और वैभवी का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम सांकरी (लाटाबोड़) में किया जा रहा है। मानसिक असंतुलन की आशंका- एसडीओपी बालोद एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि, घटना संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। परिजनों के अनुसार वो मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। प्राथमिक जांच में पाया गया कि उसने पहले बेटी की हत्या की और बाद में खुद आत्महत्या कर ली। मर्ग कायम कर शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया गया। जिसके बाद दोनों शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। आगे की जांच जारी है।

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