गुजरात के राजकोट में 11वीं क्लास के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने से पहले छात्र ने अपने माता-पिता के लिए एक नोट और वीडियो मैसेज छोड़ा है। ये घटना राजकोट की लोधिका तालुका के एक गांव मोटावाड़ा की है। माना जा रहा है कि स्कूल टीचर की धमकी से परेशान होकर छात्र ने सुसाइड कर लिया है। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ‘मेरी कोई गलती नहीं….मैं घर से पेपर लिखकर नहीं लाया’
छात्र ने सुसाइट नोट में लिखा है कि स्कूल के एक टीचर ने उसके साथ मानसिक प्रताड़ना की है। छात्र ने नोट में लिखा, ‘मम्मी-पापा मेरी कोई गलती नहीं है। मैंने अपने टीचर को समझाने की बहुत कोशिश की कि मैं घर से पेपर लिखकर नहीं लाया था। फिर भी उन्होंने मुझे बार-बार परेशान किया और पुलिस को बुलाने की धमकी दी। अगर मैंने ये कदम नहीं उठाया होता तो मैं जेल में होता। मैंने सर को समझाने की कोशिश की पर वो पुलिस बुलाने की बात करने लगे। मैंने कुछ गलत नहीं किया। मम्मी-पाप आप सब खुश रहना। मेरे दोस्त और परिवार के लोग मेरा वीडियो मोबाइल में देख लेना।’ आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज हो सकती है
पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर आगे की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच के बाद ही सुसाइड नोट और वीडियो में जिक्र किए गए लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो सकेगा। पिछले दिनों कोटा में भी स्कूल की प्रताड़ना से परेशान 10वीं क्लास में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने तीन मंजिला घर की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। बच्चे के परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चा स्कूल से निकाले जाने के बाद डिप्रेशन में था। बच्चे के पिता का आरोप है कि स्कूल में किसी सहपाठी ने उसके बैग में सिगरेट रख दी थी। इसके बाद मैनेजमेंट ने उसे स्कूल से निकाल दिया। लाख मिन्नतों के बाद भी स्कूल में बच्चे को वापस एंट्री नहीं दी गई। परिजनों का कहना है कि वह स्पोट्र्स में अच्छा था। उसका खेलना भी बैन कर दिया। बच्चे की मौत के बाद घर के बाहर पिता उसके मेडल दिखाते हुए बोले- कराटे में इतने मेडल लाता था बेटा। कभी देखें हैं इतने मेडल। ऐसी ही और खबरों के लिए पढ़ें… 1. कोटा में स्टूडेंट सुसाइड का 15वां मामला:6 महीने पहले NEET की तैयारी के लिए आया था; पुलिस ने कहा- मेंटल इलनेस से जूझ रहा था राजस्थान के कोटा में NEET UG की तैयारी करने वाले 20 साल के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। ये स्टूडेंट्स उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। पूरी खबर पढ़ें… 2. बेरोजगारों से ज्यादा नौकरीपेशा कर रहे आत्महत्या:हर 40 मिनट पर एक स्टूडेंट सुसाइड कर रहा; 70% टीचर्स डिप्रेशन को बीमारी नहीं मानते देश में हर दिन 35 से भी ज्यादा स्टूडेंट्स खुद की जान ले रहे हैं। यानी हर 40 मिनट में देश का एक स्टूडेंट आत्महत्या कर रहा है। स्टूडेंट सुसाइड की ये गिनती देश में किसानों की आत्महत्या से भी ज्यादा है। पूरी खबर पढ़ें…