पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि निकाय चुनाव में कांग्रेस को बेहतर प्रदर्शन करना है और चुनाव जीतना है तो न तेरा-मेरा चलेगा और न ही जुगाड़ चलेगा। उन्होंने कहा कि जीतने वाले प्रत्याशियों को ही पार्टी अपना प्रत्याशी बनाएगी। सोमवार को कांग्रेस भवन में रायपुर के सभी 70 वार्ड प्रभारियों की बैठक लेकर बैज ने यह बातें कहीं। उन्होने कहा कि सभी प्रभारी नए परिसीमन के आधार पर वार्डों की बैठक लेकर रिपोर्ट तैयार करें और इसी तरह विधानसभा के पर्यवेक्षक बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट पीसीसी का सौपेंगे। बैज ने कहा कि रायपुर में फिर से एक बार कांग्रेस का महापौर बनाना है। शहर के सभी 70 वार्डों में दमदारी से एकजुटता के साथ चुनाव लड़ना है। इस बार पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। बड़े नेताओं को भी चुनाव लड़ने के लिए नियमानुसार आवेदन करना होगा। इसके बाद अंत में चुनाव समिति प्रत्याशियों के नाम तय करेगी। भाजपा के खिलाफ वातावरण है, इसे जनता तक पहुंचाना है बैज ने कहा कि पिछले चुनाव में कांग्रेस ने अधिकांश नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में जीत हासिल किया था। प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ वातावरण है। लोग प्रदेश की बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था, रोज हो रही हत्याओं, अनाचार, लूट, चाकूबाजी की घटनाओं के कारण सरकार से निराश हैं। विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने जनता से जो वादा किया था उसे एक साल पूरा नहीं किया है। सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश है और निकाय चुनाव में जनता भाजपा के खिलाफ मतदान करेगी। नए वार्ड अध्यक्ष भी बनाएंगे बताया गया है कि इस बार हुए परिसीमन से कई वार्डों की सीमाएं बदल गई हैं। इसलिए ऐसे वार्डों में नए अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। ऐसे तीन से चार वार्ड हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद पद के दावेदार नेता जिला कांग्रेस और पर्यवेक्षकों को अपना आवेदन देंगे ताकि दावेदारों के नाम सूचीबद्ध किया जा सके। बैज ने प्रभारियों से हारने वाले वार्डों की जानकारी भी मांगी है। 25 जनवरी तक तय हो जाएंगे भाजपा के मेयर, अध्यक्ष और पार्षदों के उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी निकाय चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस से एक कदम आगे चल रही है। बताया गया है कि नगर निगम के महापौर, पालिकाओं के अध्यक्ष, नगर पंचायतों के अध्यक्ष और पार्षदों के उम्मीदवारों के नाम 25 जनवरी तक घोषित कर दिए जाएंगे। महापौर प्रत्याशी का चयन प्रदेश चयन समिति करेगी। पालिका अध्यक्ष के प्रत्याशियों का चयन संभागीय समिति प्रदेश समिति के अनुमोदन के बाद करेगी। इसी तरह पार्षद प्रत्याशियों का चयन संभागीय समिति करेगी। प्रदेश में पहली बार नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ हो रहे हैं। पहले नगरीय निकाय चुनाव होंगे, इसके बाद पंचायत चुनाव होंगे। इसे देखते हुए दावेदार मंडल से लेकर जिले, संभाग के प्रभारियों के पास पहुंचने भी लगे हैं।