वर्ल्ड अपडेट्स:ऑस्ट्रेलियाई संसद में बुर्का पहनकर घुसी सांसद, कहा- इस पर बैन लगे नहीं तो रोज पहनकर आउंगी

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ऑस्ट्रेलियाई सांसद पॉलीन हैंसन संसद में बुर्का पहनकर आई। उन्होंने देशभर में बुर्का और चेहरा ढकने वाले कपड़ों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की। दरअसल, हैंसन ने संसद में बुर्का बैन को लेकर एक बिल पेश किया था। प्रस्तावित बिल को संसद ने पास करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद विरोध करने के लिए वो बुर्का पहनकर आ गईं। कई सांसदों ने इसे नस्लवादी हरकत बताया। हैंसन ने बयान में कहा, “अगर संसद बुरका बैन नहीं करना चाहती, तो मैं इसे रोज संसद में पहनकर आउंगी ताकि हर ऑस्ट्रेलियाई समझ सके कि यह महिलाओं पर अत्याचार और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। अगर उन्हें मुझे बुरका पहने देखना पसंद नहीं, तो बुरका पर बैन लगा दें।” इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर बुरका बैन की बहस तेज हो गई है। यह दूसरी बार है जब पॉलीन हैंसन ने संसद में बुर्का पहना हो। साल 2017 में भी उन्होंने ऐसा ही किया था। उनकी पार्टी ‘वन नेशन’ पिछले चुनाव में चार सीटें जीत चुकी है और वह लंबे समय से मुस्लिम कपड़ों के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें… थाईलैंड में बारिश ने 300 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, 24 घंटे में 335 मिमी बारिश हुई थाईलैंड में बारिश ने 300 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसके चलते दस राज्यों में भीषण बाढ़ आ गई है। मौसम विभाग और रॉयल इरिगेशन डिपार्टमेंट (RID) के मुताबिक तेज मॉनसून ट्रफ और लो-प्रेशर सिस्टम के कारण पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर 24 घंटे के भीतर 300 से 500 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा नुकसान सोंगखला प्रांत के हाट याई शहर में हुआ। यहां 21 नवंबर को 335 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इससे घरों, दुकानों और सड़कों में भारी नुकसान हुआ। कई स्थानों पर लोग घरों में फंसे हुए हैं और रेस्क्यू टीमें उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में जुटी हैं। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ते ही अतिरिक्त रेस्क्यू बल तैनात किए जाएंगे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। स्लोवेनिया में इच्छामृत्यु कानून पर रोक, 17 लाख लोगों ने वोट किया स्लोवेनिया में लोगों ने वोटिंग कर इच्छामृत्यु को लागू करने वाले कानून को रोक दिया है। चुनाव आयोग की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक 17 लाख वोटर्स में से 53% लोगों ने इस कानून के खिलाफ वोटिंग की। अब 1 साल तक यह कानून लागू नहीं किया जाएगा। इच्छामृत्यु कानून स्लोवेनिया की संसद ने जुलाई में पास किया था। कानून के मुताबिक ऐसे मरीज जिनकी हालत लाइलाज है और असहनीय दर्द से जूझ रहे हैं, इलाज के विकल्प उनके लिए खत्म हो चुके हैं, ऐसे में वे डॉक्टरी की मदद से अपनी जिंदगी खत्म कर सकते हैं। इससे पहले 2024 में हुए जनमत संग्रह में इसे समर्थन मिला था। लेकिन एक एक्टिविस्ट ग्रुप ने करीब 40 हजार से ज्यादा हस्ताक्षर जुटाकर दोबारा वोट कराने की मांग की थी। प्रधानमंत्री रॉबर्ट गोलोब ने लोगों से कानून के समर्थन में वोट करने की अपील की थी। उनका कहना था कि हर व्यक्ति को यह अधिकार होना चाहिए कि वह अपनी जिंदगी का अंत कैसे और कितनी गरिमा के साथ करे। हालांकि कैथोलिक चर्च ने इसे गलत बताया और कहा कि यह बाइबल और प्रकृति के खिलाफ है। यूरोप के कई देशों में इच्छामृत्यु कानून लागू है। ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, नीदरलैंड और स्विट्जरलैंड में टर्मिनल मरीजों को जीवन समाप्त करने के लिए डॉक्टरी सहायता मिलती है। कई अन्य देशों में यह अब भी अपराध है, चाहे मरीज कितना भी गंभीर दर्द झेल रहा हो। कनाडा में 51 साल के भारतीय ने लड़कियों से छेड़छाड़ की; डिपोर्ट किया जाएगा, दोबारा एंट्री भी बैन कनाडा में एक 51 साल के भारतीय नागरिक को दो नाबालिग लड़कियों का पीछा करने और उन्हें परेशान करने के मामले में दोषी पाया गया है। आरोपी जगजीत सिंह 6 महीने के विजिटर वीजा पर जुलाई में ओंटारियो पहुंचे थे। वह अपने नवजात पोते से मिलने आए थे, लेकिन अब उन्हें कनाडा से डिपोर्ट किया जाएगा और दोबारा एंट्री पर पाबंदी लगा दी जाएगी। पुलिस के मुताबिक, सिंह अपने आने के कुछ समय बाद ही सार्निया इलाके के एक हाई स्कूल के बाहर बने स्मोकिंग जोन में जाने लगे, जहां उन्होंने कई लड़कियों को परेशान किया। 8 से 11 सितंबर के बीच वह कई बार लड़कियों के पास गए, उनके साथ जबरदस्ती फोटो लेने की कोशिश की और उनके साथ ड्रग्स और शराब जैसे मुद्दों पर बात की। कनाडाई मीडिया के मुताबिक, एक लड़की ने बताया कि उसने पहले फोटो लेने से मना किया, लेकिन बाद में सिर्फ इसलिए मान गई ताकि वह चला जाए। हालांकि इसके बाद आरोपी उनके बहुत करीब चला गया गया और कंधा पकड़ने की कोशिश की, जिसके बाद लड़की ने उसे धक्का देकर दूर किया। 16 सितंबर को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था और उन पर यौन शोषण व यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। हालांकि उन्हें बेल मिल गई, लेकिन उसी दिन की एक और शिकायत आने पर दोबारा गिरफ्तार किया गया। ट्रांसलेटर नहीं होने की वजह से उन्हें एक रात और हिरासत में बितानी पड़ी। अब अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया है और कनाडा सरकार ने तय किया है कि उन्हें देश से बाहर भेजा जाएगा और वापसी पर बैन रहेगा। जान बचाने गाम्बिया भागे कैमरून के विपक्षी नेता, 92 साल के राष्ट्रपति पर वोट चोरी का आरोप लगाया था कैमरून के विपक्षी नेता ईसा चिरोमा बकारी गाम्बिया भाग गए हैं। उन्होंने कहा कि जान बचाने के लिए उन्हें ऐसा करना पड़ा है। कैमरून में पिछले महीने हुए चुनाव में पॉल बिया की फिर से जीत हुई थी। इसके बाद देश में हिंसक प्रदर्शन भड़क गए थे। गाम्बिया सरकार ने कहा कि चिरोमा को मानवीय आधार पर अस्थायी तौर पर देश में ठहराया गया है। सरकार ने कहा कि वह कैमरून में चुनाव के बाद बने तनाव को शांतिपूर्ण और कूटनीतिक तरीके से सुलझाने की कोशिश कर रही है। 92 साल के पॉल बिया दुनिया के सबसे बुजुर्ग राष्ट्राध्यक्ष हैं। वे लगातार आठवीं बार राष्ट्रपति चुने गए। उन्हें 53.7% वोट मिले थे। वहीं चिरोमा को 35.2% वोट मिले। चिरोमा पहले बिया सरकार में मंत्री रह चुके हैं और अब कैमरून नेशनल साल्वेशन फ्रंट के नेता हैं। चिरोमा ने आरोप लगाया कि चुनाव में वोट चोरी हुई है और असली विजेता वे ही हैं। उन्होंने समर्थकों से आधिकारिक नतीजों का विरोध करने और “डेड सिटी” अभियान चलाने की अपील की थी, जिसमें दुकानें बंद रखना और सार्वजनिक गतिविधियों को रोकना शामिल था। पॉल बिया 1982 में देश के पहले राष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद सत्ता में आए थे और तब से लगातार शासन कर रहे हैं। 2008 में संविधान में संशोधन कर कार्यकाल की सीमा खत्म कर दी गई थी, जिसके बाद वे अनिश्चितकाल तक सत्ता में रह सकते हैं। बिया पर विपक्ष को दबाने और देश को सख्त हाथों से चलाने के आरोप लगते रहे हैं। भारत-कनाडा 5 साल 50 बिलियन डॉलर का ट्रेड करेंगे, कनाडाई पीएम कार्नी और PM मोदी में समझौता पीएम मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कल जोहान्सबर्ग में G20 समिट के दौरान द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं ने तय किया कि भारत और कनाडा आने वाले समय में अपने रिश्तों को और मजबूत करेंगे। दोनों देशों ने 2030 तक आपसी व्यापार को 50 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का टारगेट रखा है। पीएम मोदी ने X पर लिखा कि यह मुलाकात बहुत बेहतर रही और दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने की बड़ी संभावना है। उन्होंने बताया कि कनाडा के पेंशन फंड भारत की कंपनियों में निवेश करने को लेकर काफी उत्साहित हैं। दोनों देशों ने रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में भी मिलकर काम करने पर सहमति जताई। इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद भी मौजूद थीं। इससे एक दिन पहले, भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने मिलकर नई तकनीकों के लिए एक नई साझेदारी शुरू की। इस समझौते का मकसद यह है कि तीनों देश मिलकर स्वच्छ ऊर्जा, उभरती तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सप्लाई चेन पर काम करें। पिछले कुछ समय से भारत और कनाडा के रिश्तों में जो तनाव था, वह अब धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है। हाल ही में जयशंकर और अनीता आनंद की मुलाकात में भी दोनों देशों ने रिश्तों को दोबारा मजबूत करने की बात कही। पाकिस्तान में फ्रंटियर कॉर्प्स के हेडक्वार्टर पर हमला, सेना ने 2 हमलावरों पर मार गिराया पाकिस्तान में पेशावर में स्थित फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) के मुख्यालय पर सोमवार को हमला हुआ है। पेशावर के कैपिटल सिटी पुलिस ऑफिसर डॉ. मियां सईद अहमद ने मीडिया को बताया कि FC मुख्यालय पर हमला हुआ है। हमारी फोर्स जवाब दे रही है और पूरे इलाके को घेर लिया गया है। एक आत्मघाती हमलावर ने FC मुख्यालय के गेट पर खुद को उड़ा लिया। धमाके के बाद फायरिंग की आवाजें भी सुनी गईं। सुरक्षाबलों ने दो हमलावरों को मार गिराया है और इलाके को सील कर दिया गया है। पिछले कुछ समय से पाकिस्तान, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकी घटनाओं में तेज बढ़ोतरी देख रहा है। नवंबर 2022 में TTP की तरफ से सरकार के साथ संघर्षविराम खत्म करने के बाद से हालात और बिगड़े हैं। सितंबर में भी खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू जिले में FC मुख्यालय पर हमले की कोशिश हुई थी, जिसमें छह सैनिक शहीद हुए और पांच आतंकवादी मारे गए थे। इजराइल में नेतन्याहू के खिलाफ 5 लाख लोगों का प्रदर्शन, सुरक्षा चूक की जांच की मांग इजराइल में करीब 5 लाख से ज्यादा लोग पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि 7 अक्टूबर 2023 को हुई सुरक्षा चूक और उससे जुड़े सभी फैसलों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो। प्रदर्शनकारी सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की स्पष्ट जवाबदेही, इजराइल की सुरक्षा व्यवस्था और भविष्य की रणनीति में व्यापक सुधार और देश में नेतृत्व परिवर्तन पर राष्ट्रीय बहस की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ जून के बाद पहली बार बेरूत पर इजराइली हमला, हिजबुल्ला चीफ निशाना: इजराइल ने जून के बाद पहली बार बेरूत के दक्षिणी उपनगर हारेथ पर हवाई हमला किया, जिसका टारगेट हिजबुल्ला के चीफ ऑफ स्टाफ को बताया गया। हमले में एक मौत और 21 लोग घायल हुए। हिजबुल्ला ने चेतावनी दी कि यह कार्रवाई पूरे लेबनान में हमलों की बढ़ोतरी का रास्ता खोलती है। लेबनानी राष्ट्रपति जोसेफ औन ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की है। G20 में पहली बार मेजबानी हैंडओवर नहीं हुई:ट्रम्प के न आने से नाराज था साउथ अफ्रीका, अमेरिका बोला- यह ठीक नहीं किया साउथ अफ्रीका में 20वां G20 समिट रविवार को बिना औपचारिक हैंडओवर के समाप्त हो गया। साउथ अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने किसी अमेरिकी अधिकारी को गवेल (अध्यक्षता का प्रतीक हथौड़ा) नहीं सौंपा। विदेश मंत्री रोनाल्ड लामोला ने कहा कि आज कोई औपचारिक हैंडओवर सेरेमनी नहीं होगी। अमेरिका चाहे तो सोमवार से DIRCO (दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रालय) के दफ्तर से G20 से जुड़े दस्तावेज ले सकता है। इसके बाद व्हाइट हाउस की डिप्टी सेकेट्ररी अन्ना केली ने आरोप लगाया कि साउथ अफ्रीका ने G20 का औपचारिक हैंडओवर नहीं कर गलत किया है। पढ़ें पूरी खबर… बांग्लादेश ने फिर शेख हसीना को भेजने की मांग की:एक साल में तीसरी बार चिट्ठी लिखी, अब तक भारत ने कोई जवाब नहीं दिया बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस भेजने के लिए भारत को एक आधिकारिक पत्र भेजा है। इसमें हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की गई है। अंतरिम सरकार में विदेश मामलों के सलाहकार एमडी तौहीद हुसैन ने इसकी जानकारी दी है। बांग्लादेश की सरकारी न्यूज एजेंसी BSS के मुताबिक यह पत्र शुक्रवार 21 नवंबर को भारत भेजा गया। इसे नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश हाई कमीशन के जरिए भेजा गया। बांग्ला अखबार प्रथोम अलो के मुताबिक बांग्लादेश अब तक 3 बार भारत को शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर चुका है। इससे पहले पिछले साल 20 और 27 दिसंबर को चिट्ठी लिखकर शेख हसीना को सौंपने की अपील की जा चुकी है। भारत ने अब तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है। पढ़ें पूरी खबर…

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