कर्मफलदाता और न्याय देवता शनि देव स्वयं की राशि कुंभ में व्रकी चाल चल रहे हैं। शनि देव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रही हैं। ज्योतिष के अनुसार शनि प्रत्येक राशि में ढ़ाई साल तक गोचर करते हैं। सबसे कम गति से राशि में गोचर करने वाले शनि पूरी राशि चक्र में गोचर करने में 30 वर्ष लग जाते हैं। शनिदेव को नौ ग्रहों में सबसे क्रूर और शक्तिशाली ग्रह कहा जाता है। शनि देव जब वक्री अवस्था में किसी राशि में गोचर करते हैं तो राशियों पर इसके प्रभाव से शुभ या अशुभ फल मिलता है। वहीं, जब शनि देव मार्गी (सीधी चाल) अवस्था में रहते हुए किसी राशि में गोचर करते हैं तो इस अवधि में जातकों को लाभ और हानि होती है। न्याय के देवता शनिदेव 15 नवंबर की शाम को अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे। 15 नवंबर को शाम 7:15 बजे शनि ग्रह सीधे अपनी मूल राशि कुंभ में गोचर करेगा। शनि की सीधी चाल कुंभ राशि में होने से इसका नकारात्मक प्रभाव कर्क, सिंह, कन्या और मीन राशि वाले लोगों पर पड़ेगा।
नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे
इस दौरान इन 4 राशियों को शारीरिक पेरशानी, पैरों में दर्द या चोट, खराब स्वास्थ्य अचानक आर्थिक हानि और काम बिगड़ने की समस्या रहेगी। आइए आपको विस्तार से इसकी जानकारी देते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा है। ज्योतिष के अनुसार, 15 नवंबर को शाम 7.15 बजे से शनि देव अपनी राशि कुंभ में मार्गी होने जा रहे हैं। शनि कर्क राशि के आठवें भाव में मार्गी हो जाएंगे। जिससे कर्क राशि के जातकों स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होगी। इन्हें मौसम के कारण शरीर में पित्त का बनना, पेट की समस्या और वायरल संक्रमण जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता।
सिंह राशि
शनि के मार्गी होने से सिंह राशि के जातकों पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। इस दौरान सिंह राशि के जातकों का काम बिगड़ जाएगा। अगर शनि देव सीधे सप्तम भाव में हों तो इसका सिंह राशि के जीवनसाथी के स्वास्थ्य खराब रहेगा। कई समस्याओं से गुजर सकते हैं। आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को अचानक धन खर्च होने से नुकसान हो सकता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान पैरों में चोट लग सकती है। घुटनों में दर्द बना रहेगा।
मीन राशि
शनि देव की साढ़ेसाती मीन राशि पर चल रही है। शनि देव मीन राशि से सीधे 12वें स्थान पर होंगे। जिससे जातकों को लाभ के साथ-साथ नुकसान भी होगा। अधिक खर्च हो सकता है। अचानक से धन व्यय के कारण नुकसान होगा और मीन राशि के जातकों को इस अवधि में साढ़ेसाती के नुकसान से गुजरना पड़ेगा।