छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में छापेमारी के बाद ED ने पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को समन जारी किया है। ED ने 15 मार्च को चैतन्य को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि कोई नोटिस ही नहीं आया है, तो जाने का कोई सवाल नहीं उठाता। भूपेश बघेल ने कहा कि नोटिस आएगा तो जरूर जाएंगे। ED का काम मीडिया हाइप करना है। नोट गिनने की मशीन, किसी ने नोट गिनते हुए दिखा दिया। ऐसे मीडिया हाइप क्रिएट करने का काम ED का है। ये सब बदनाम करने के लिए बीजेपी का षड्यंत्र है। अब जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, 10 मार्च यानी सोमवार को सुबह 8 बजे भूपेश और उनके बेटे चैतन्य के भिलाई-3 पदुमनगर स्थित घर पर 4 गाड़ियों में ED की टीम पहुंची थी। यह जांच करीब 10 घंटे तक चली। टीम के जाने के बाद भूपेश बघेल ने बताया था कि, 32-33 लाख रुपए और दस्तावेज टीम ले गई है। भूपेश बघेल ने बताया था कि संयुक्त परिवार में हम 140 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं। हमारे पास वही था जो हमने घोषित किया था। ईडी ने इसकी जांच की। अलग-अलग लोगों से 33 लाख रुपए नकद मिले, मेरी पत्नी, बेटे, बहू और बेटियों से। बघेल ने बताया हम खेती भी करते हैं और डेयरी भी चलाते हैं। इसमें स्त्रीधन भी शामिल है। ऐसा माहौल बनाया गया कि नोट गिनने वाली मशीनें लाई गई, मुझे नहीं लगता कि यह बहुत बड़ी रकम है। भिलाई में कार्रवाई और बवाल की तस्वीरें देखिए- चैतन्य से जुड़े 14 जगहों पर छापे पड़े चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों समेत 14 जगहों पर छापे पड़े। 2100 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में चैतन्य बघेल को भी लाभ पहुंचाने का दावा किया गया है। चैतन्य के करीबी और सहयोगी लक्ष्मीनारायण बंसल और पप्पू बंसल के ठिकानों पर भी कार्रवाई हुई। इसके अलावा भिलाई के नेहरू नगर में मनोज राजपूत, चरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह, कमल अग्रवाल किशोर राइस मिल दुर्ग, सुनील अग्रवाल सहेली ज्वेलर्स दुर्ग और बिल्डर अजय चौहान के यहां भी ED की कार्रवाई हुई। भूपेश के घर के बाहर हुआ था विरोध जांच के दौरान भिलाई के पदुमनगर स्थित भूपेश बघेल के घर के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मुताबिक प्रदेश के गृहमंत्री सवालों से घिरे हुए हैं, विधानसभा में सवालों का कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए भूपेश बघेल के खिलाफ ED का दुरुपयोग कर रहे हैं। अब समझिए क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के MD एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। A, B और C कैटेगरी में बांटकर किया गया घोटाला A: डिस्टलरी संचालकों से कमीशन B: नकली होलोग्राम वाली शराब को सरकारी दुकानों से बिकवाना C: डिस्टलरीज के सप्लाई एरिया को कम/ज्यादा कर अवैध धन उगाही करना ——————————————– शराब घोटाले और ईडी की कार्रवाई से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 1. भूपेश पर ED के एक्शन पर कांग्रेस विधायकों का प्रदर्शन:सदन में भाजपा के खिलाफ नारेबाजी, गर्भ-गृह पहुंचने पर सस्पेंड; गांधी प्रतिमा के पास धरना छत्तीसगढ़ विधानसभा में भूपेश बघेल पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गर्भगृह तक पहुंचने पर विपक्ष के सदस्यों को सस्पेंड कर दिया गया। विरोध में सदन से बाहर निकलकर कांग्रेस विधायक गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। पढ़ें पूरी खबर