देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को मनाई जायेगी।इस जगत के पालनहार श्री विष्णु के योग निंद्रा से जागने के साथ ही मांगलिक कार्य शुरु हो जायेंगें और विवाह की सुनाई बजने लगेगीं। एकादशी तिथि 11 नवंबर को शाम छह बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी और 12 नवंबर को शाम चार बजकर चार मिनट पर समाप्त होगी।