कोलकाता में छपे थे पीएससी के पर्चे, परीक्षा नियंत्रक के घर से लीक हुए; टामन ने भतीजे समेत चार को बांटे छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग(सीजीपीएससी) 2021 के प्रश्न-पत्र लीक हुए थे। लीक करने वाले सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ही थे। इस साजिश में उनके साथ तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक और उप परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर शामिल थे। सीबीआई जांच में खुलासा हुआ है कि ये पर्चे सोनवानी ने अपने भतीजे नितेश और साहिल को दिए, जो बाद में डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी बने। सोनवानी के आदेश पर ही प्रश्न-पत्र बजरंज इस्पात के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल तक पहुंचाए गए थे। श्रवण ने इन्हें अपने बेटे शशांक और बहू भूमिका कटियार को दिए। ये डिप्टी कलेक्टर बने। भास्कर के पास सीबीआई की वो चार्जशीट है, जिसमें एजेंसी ने इस साजिश का सिलसिलेवार जिक्र किया है। चार्जशीट में लिखा है कि टामन सिंह और आरती वासनिक ने मेसर्स एकेडी प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अंतिम मुद्रण से पहले सभी 7 प्रश्न पत्रों की समीक्षा/अनुमोदन किया था। इसलिए दोनों को उन प्रश्नों की जानकारी थी, जो सीजीपीएससी 2021 की मुख्य परीक्षा के सभी 7 पर्चों में पूछे जाने थे। स्पष्ट कर दें कि सीबीआई की यह पहली ।र अंतिम चार्जशीट नहीं है। एजेंसी षड्यंत्र में शामिल और उसका हिस्सा बने कई और किरदारों को लेकर अभी जांच कर रही है। चार्जशीट में यह भी लिखा है कि टामन, श्रवण, शशांक गोयल, भूमिका, नितेश, साहिल और ललित ने जो साजिश रची, उसके तहत वे आईपीसी की धारा 120-बी, 420 और पीसी अधिनियम 1988 (जैसा कि 2018 में संशोधित किया गया है) की धारा 7 और 12 में आरोपी हैं। आरती वासनिक को लेकर जांच जारी है। … सीजीपीएससी पर्चा लीक के 3 बड़े किरदार 1. टामन सिंह सोनवानी पीएससी अध्यक्ष रहते हुए प्रश्न पत्र लीक किए। अपनों को बांटे। फिलहाल जेल में 2. ललित गनवीर पीएससी उप परीक्षा नियंत्रक रहते अभ्यर्थियों तक पहुंचाए थे पर्चे 3. आरती वासनिक रिव्यू के नाम पर परीक्षा से पहले पर्चे मंगवाए, उन्हें सोनवानी के साथ मिलकर लीक किया। पीएससी-2021 मामले में सीबीआई की चार्जशीट पढ़िए भास्कर में जुलाई 2020- प्रश्न पत्र प्रकाशन को लेकर टामन सिंह और परीक्षा नियंत्रक आरती ने मे. एकेडी प्रिंटर प्रा. लि. के अरुण कुमार द्विवेदी के साथ रायपुर में मीटिंग की। दोनों के बीच 17.8.2020 को अनुबंध हुआ कि 2 प्रश्न-पत्र सेट करना। इसमें वासनिक ने दस्तखत किए थे। 17 अगस्त 2020 से जनवरी 2022 तक- अनुबंध के तहत मे. एकेडी प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड ने दोनों प्रश्न-पत्रों में 50-50 प्रश्न दिए। सामान्य अध्ययन पेपर-1 के लिए 55 और एप्टीट्यूड टेस्ट पेपर-2 के लिए 82 प्रश्न। आरती वासनिक को प्रत्येक पेपर में 100 प्रश्नों की समीक्षा करने और उन्हें अंतिम रूप देने के लिए सीलबंद लिफाफे में फर्म के महेश दास जनवरी 2022 में रायपुर भेजे गए थे। जनवरी 2022- महेश सीजीपीएससी दफ्तर पहुंचे। आरती को सीजीपीएससी 2021 की प्रारंभिक परीक्षा के ड्राफ्ट प्रश्न-पत्रों को सीलबंद दिए, जो गुप्त दस्तावेज थे। महेश ने द्विवेदी को इसकी जानकारी दी। इस पर द्विवेदी ने कहा- तुम 2/3 दिन रुको। वासनिक से वही सीलबंद लिफाफा लेके आना। 2 दिन बाद महेश को द्विवेदी का फोन आया कि आरती के निवास से सीलबंद लिफाफा लिया। महेश सेक्टर 17 नया रायपुर में वासनिक के घर पहुंचा तो वहां टामन सिंह मौजूद थे। महेश ने सीलबंद लिफाफा लिया, जिसमें सीजीपीएससी 2021 की प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र थे। जिन्हें सोनवानी की सलाह पर वासनिक ने अनुमोदित किया गया था। उसके बाद महेश कोलकाता गया, लिफाफा द्विवेदी को सौंपा। नितेश, साहिल, शशांक व भूमिका का केंद्र एक ही 8 मार्च 2022 को प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ। इसमें 2548 अभ्यर्थी मेन्स (मुख्य परीक्षा) के लिए चयनित हुए। इसमें शशांक गोयल, भूमिका कटियार, नितेश और साहिल शामिल थे। इन्होंने मेन्स के लिए आवेदन किए तो इन्हें वही रोल नंबर दिए गए जो कि प्रारंभिक परीक्षा में दिए गए थे। चारों को जेआर दानी गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल, कालीवाडी चौक रायपुर में मुख्य परीक्षा का सेंटर मिला था। 15 मई 2022 को मेन्स का प्रवेश पत्र जारी हुआ। अंतिम परिणाम 11 मई 2023 को जारी, तब विवाद मुख्य परीक्षा का परिणाम में 509 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इंटरव्यू के बाद फाइनल रिजल्ट 11.05.2023 को जारी। 170 का चयन हुआ। शशांक, भूमिका और नितेश का चयन डिप्टी कलेक्टर, तो साहिल डिप्टी एसपी चयनित हुए। फाइनल रिजल्ट में टामन सिंह और सीजीपीएससी सदस्य प्रवीण वर्मा के दस्तखत थे। रिजल्ट जारी होते ही भाई-भतीजावाद के आरोप लगे। तब ननकी राम कंवर ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। भाजपा सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दिए।