हिंगोट युद्ध में अग्निबाणों की बरसात, दिखा 250 सालों से चली आ रही ऐतिहासिक साहस और परंपरा का अद्भुत संगम

0
3

दीपावली के बाद का दिन मालवा अंचल के लिए खास होता है, जब गौतमपुरा का मैदान जंग के अखाड़े में बदल जाता है। मंगलवार को परंपरा, आस्था और साहस का संगम बने इस ऐतिहासिक हिंगोट युद्ध की शुरुआत शाम करीब साढ़े पांच बजे भगवान देवनारायण की पूजा और जयकारों के साथ हुई।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here