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Thursday, December 26, 2024

हिजबुल्लाह का इजराइली मिलिट्री बेस पर ड्रोन अटैक:4 सैनिकों की मौत; इजराइल में अमेरिका THAAD डिफेंस सिस्टम तैनात करेगा

लेबनान के हिजबुल्लाह संगठन ने रविवार रात इजराइल के गोलानी मिलिट्री बेस पर हमला किया है। इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) के मुताबिक इस हमले में 4 सैनिकों को मौत हो गई है और कम से कम 58 सैनिक घायल हुए हैं। इनमें 7 गंभीर रूप से घायल हैं। यह हमला राजधानी तेल अवीव से 40 मील दूर हाइफा के बिनयामिना टाउन में हुआ है। इजराइल ने कहा है जिन सैनिकों की मौत हुई हम उनके परिवार वालों के साथ हैं। हम नहीं चाहते कि ऐसे मौके पर कोई अफवाह फैलाए और घायलों के नाम उजागर करे। इजराइली मिलिट्री के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि हम इस घटना की जांच कर रहे हैं। कोई भी ड्रोन बिना किसी वॉर्निंग के इजराइली हवाई सीमा के अंदर कैसे आ सकता है, इसकी जांच हो रही है। हमें बेहतर सुरक्षा करनी चाहिए थी। हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने कहा कि उसने IDF के ट्रेनिंग बेस पर ड्रोन्स की बरसात कर दी। हिजबुल्लाह ने कहा कि उन्होंने उन जगहों पर विस्फोट किया जहां पर इजराइली सैनिक मौजूद थे। वे लेबनान पर हमले की तैयारी के लिए योजना बना रहे थे। उधर, इजराइल ने सोमवार सुबह सेंट्रल गाजा के स्कूल में एयर स्ट्राइक की है। इस हमले में 22 लोगों की मौत हुई है। वहीं, करीब 80 घायल हुए हैं। गाजा में पिछले 1 साल से जारी इजराइली हमलों में 42 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गाजा पर इजराइल के हमले से जुड़ी तस्वीरें… 100 अमेरिकी सैनिक एंटी-मिसाइल सिस्टम को ऑपरेट के लिए इजराइल में तैनात होंगे
ईरान और हिजबुल्लाह के हमले के बाद अमेरिका ने इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के लिए एक टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) भेजने का फैसला किया है। इसकी निगरानी के लिए 100 अमेरिकी सैनिक भी भेजे जाएंगे। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा कि THAAD से इजराइल का एयर डिफेंस सिस्टम और मजबूत होगा। THAAD और स्पेशल सैनिक एक सप्ताह के भीतर इजराइल भेजे जाएंगे। THAAD को बैलिस्टिक मिसाइल हमले को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। THAAD मिसाइलों को ट्रक पर लगे लॉन्चर से दागा जाता है। दक्षिण कोरिया में THADD तैनात करने पर चीन ने जताई थी नाराजगी
अलजजीरा के मुताबिक THAAD की एक बैटरी में छह ट्रक-माउंटेड लॉन्चर, 48 इंटरसेप्टर, रडार उपकरण होते हैं। इसे चलाने के लिए 94 सैनिकों की जरूरत होती है। अमेरिका के पास 7 THAAD हैं। जुलाई 2016 में दक्षिण कोरिया में THAAD तैनात करने पर चीन और नॉर्थ कोरिया ने नाराजगी जताई थी। अमेरिका ने पिछले साल 7 अक्टूबर के हमले के बाद मिडिल ईस्ट में THAAD को तैनात किया था। इससे पहले अमेरिका ने 2019 में ट्रेनिंग के लिए इजराइल में THAAD भेजा था। हिजबुल्लाह ने ईरान के ड्रोन से किया हमला
टाइम्स ऑफ इजराइल को मिली जानकारी के मुताबिक शुरुआती जांच से पता चला है कि हिजबुल्लाह के दो ड्रोन समुद्र से इजराइली हवाई क्षेत्र में घुसे थे। दोनों ही ‘मिरसाद’ ड्रोन थे। इसे ईरान में अबाबील-टी के नाम से जाना जाता है। इसका इस्तेमाल आत्मघाती हमले में किया जाता है। यह ड्रोन 40 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जा सकता है। ईरान बोला- हमला हुआ तो आर-पार की होगी लड़ाई
ईरान ने एक बार फिर से इजराइल को धमकी दी है। ईरान ने कहा कि अगर उनकी जमीन पर हमला होता है तो इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अगघची ने कहा- अमेरिका हालिया समय में इजराइल को रिकॉर्ड हथियार भेज रहा है। अब वह अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी वहां तैनात कर रहा है और अपने सैनिकों की जान को खतरे में डाल रहा है। अगर हम पर कोई हमला होता है इस बार हम कोई ‘रेड लाइन’ नहीं मानेंगे और अपने लोगों की हिफाजत के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। अरघची ने ये भी कहा कि हाल के दिनों में ईरान ने जंग रोकने की कई कोशिशें की हैं। 1 अक्टूबर को इजराइल पर हुए मिसाइल अटैक के बाद से कई इजराइली नेताओं ने ईरान पर पलटवार की धमकी दी है। लेबनान में इजराइली हमले तेज हुए… 13 अक्टूबर: इजराइली टैंक लेबनान में UN बेस में घुसे 12 अक्टूबर: इजराइली हमले में लेबनान के 13 लोगों की मौत ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है इजराइल
ईरान ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत का बदला लेने के लिए 1 अक्टूबर को इजराइल पर 200 मिसाइलें दागी थीं। अमेरिका को शक है कि इसका बदला लेने के लिए इजराइल अब ईरान के सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकता है। अमेरिकी मीडिया हाउस NBC ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका को नहीं लगता कि इजराइल पलटवार में ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाएगा। हालांकि, ईरान के एनर्जी इंफ्रास्ट्रकचर पर अटैक की आशंका भी जताई गई है। वहीं, ईरान ने अमेरिका और मिडिल ईस्ट के कुछ देशों को कहा है कि अगर इजराइल ने हमला किया तो वे जवाब जरूर देंगे। ईरान से तनातनी के बीच नेतन्याहू आज फिर से कैबिनेट की मीटिंग करेंगे। इसमें ये चर्चा की जाएगी कि ईरान के 1 अक्टूबर को किए गए हमले पर पलटवार कैसे करें। इससे पहले शुक्रवार को भी एक बैठक हुई थी। हालांकि, उसमें कोई फैसला नहीं हो पाया था। दावा- ईरान के साथ इजराइल पर हमला करना चाहता था हमास
हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर जो हमला किया उसकी साजिश 2 साल पहले 2021 में ही रची जा चुकी थी। हमास ने ईरान और हिजबुल्लाह से भी हमले में साथ देने की अपील की थी। अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजराइली सेना के हाथ लगी हमास की मीटिंग के दस्तावेजों के आधार पर ये खुलासा किया है। NYT ने दावा किया है कि उन्हें हमास की 10 बैठकों की जानकारी मिली है। इनमें से एक बैठक ईरानी कमांडर मोहम्मद सईद इजादी और हमास के सीनियर अधिकारियों और हिजबुल्लाह के बीच हुई थी। दावा किया गया है कि हमास ने इजादी और हिजबुल्लाह से इजराइल के अहम ठिकानों पर हमला करने के लिए साथ देने की बात कही थी। इस पर इजादी और हिजबुल्लाह ने कहा था कि वे इजराइल पर हमले के उद्देशय का समर्थन करते हैं, लेकिन हमले के लिए माहौल बनाने में समय लगेगा। ईरान और हिजबुल्लाह ने इन आरोपों को खारिज किया है। ईरान ने कहा है कि ये डॉक्यूमेंट्स में कोई सच्चाई नहीं है। हमास के 7 अक्टूबर के हमले की प्लानिंग के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। ——————————————————– मिडिल ईस्ट में जंग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… ईरान बोला-नेतन्याहू की मदद करने वाले अरब देश नतीजा भुगतेंगे ईरान ने अरब देशों और मिडिल ईस्ट में अमेरिका के सहयोगियों के लिए चेतावनी जारी की है। ईरान ने कहा कि अगर किसी भी देश ने इजराइल को उस पर हमला करने में मदद की या अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल करने दिया, तो उसे खामियाजा भुगतना होगा। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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