सूरजपुर जिले के केवरा गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र में टीका लगने के बाद 14 दिन के एक नवजात बच्चे की मौत हो गई। हालांकि जिला अस्पताल ने टीका लगने से बच्चे की मौत से इनकार किया है। बच्चे के पोस्टमार्टम के बाद ही अब मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। जानकारी के अनुसार, बच्चे की मितनानी (मिडवाइफ) ने माता-पिता को फोन कर बच्चे को टीका लगवाने के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र बुलाया था। माता-पिता बच्चे को लेकर केंद्र पहुंचे। टीका लगने के कुछ समय बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी। घर लौटते समय रास्ते में बच्चे के मुंह और कान से खून निकलने लगा, जिससे उसकी हालत और गंभीर हो गई। बच्चे की बिगड़ती हालत देखकर माता-पिता उसे तुरंत सूरजपुर जिला अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। सूरजपुर जिला अस्पताल के डॉ हर्षवर्धन ने कहा, 14 दिन पहले जन्मा ये बच्चा ग्राम केवरा का है। उप स्वास्थ्य केंद्र में आज सुबह इस बच्चे को बीसीजी का टीका लगा था। 10 दिन पहले यह बच्चा पीलिया की वजह से यहां भर्ती भी हुआ था। 2 नवंबर को भर्ती हुआ और 4 नवंबर को इसे डिस्चार्ज कर दिया गया था। आज इस बच्चे को फॉलोअप के लिए बुलाया गया था। टीका लगवाने के बाद परिजन इसे अस्पताल लेकर आ रहे थे। परिजनों ने बताया कि रास्ते में बच्चा रोने लगा। इस पर उसकी मां उसे दूध पिलाने लगी। लेकिन थोड़ी देर बाद उसके नाक और मुंह से खून निकलने लगा। जब बच्चे को अस्पताल लाया गया तो वो मृत था। डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि परिजनों ने टीका लगने के बाद किसी प्रकार की समस्या से इनकार किया है। उप स्वास्थ्य केंद्र में इस बच्चे के साथ दूसरे बच्चे को भी यह टीका लगाया है जोकि पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, जिससे मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।
