झाबुआ में आयोजित हिंदू सम्मेलन ने हिंदू समाज को एकजुट करने और मतांतरण के खिलाफ जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। मुख्य वक्ताओं ने समाज को संगठित होने और धार्मिक मूल्यों की रक्षा करने का आह्वान किया। सम्मेलन में संतों और समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी रही।