जिले के 90 गांवों की 850 से ज्यादा महिलाओं से 20 माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से लोन निकलवाकर 5 करोड़ रुपए ठगी करने का मामला सामने आया है। यह आंकड़ा गुरूर, डौंडी व बालोद थाने में प्राप्त महिलाओं के शिकायत आवेदन के आधार पर है। ठगी का मास्टरमाइंड खोलबाहरा निषाद (40 वर्ष) है। जो जांजगीर चांपा का रहने वाला है। 10 साल पहले बालोद जिले में आकर मशरूम की खेती करने समूह से महिलाओं को जोड़ने का काम किया। जिसके बाद माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से महिलाओं को लोन दिलवाया। पुलिस के अनुसार ठगी का आंकड़ा 25 से 30 करोड़ रुपए तक पहुंचने का भी अनुमान है क्योंकि जिलेभर के अधिकांश थानों में शिकायत करने महिलाएं पहुंच रही हैं। तीन दिन पहले गुरूर, फिर सोमवार को दल्लीराजहरा व डौंडी थाने के बाद मंगलवार को बालोद थाने में महिलाएं दस्तावेज लेकर थाने पहुंचीं थीं। आगे भी बाकी थाने में महिलाएं पहुंच सकती हैं। लीड बैंक के माध्यम से ठगी की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक को भी दी जा चुकी है। दरअसल आरबीआई के निर्देश पर विशेष गाइडलाइन का पालन कर बैंक व माइक्रो फाइनेंस कंपनी को संबंधितों को लोन राशि जारी करना पड़ता है।