निगम चुनाव के मतदान के बाद शनिवार 15 फरवरी को वोटों की गिनती सुबह 9 बजे से न्यू जीईसी कॉलेज सेजबहार में होगी। मतगणना की शुरुआत डाक मतपत्रों से होगी। करीब आधे घंटे बाद 9.30 बजे स्ट्रांग रूम से ईवीएम मशीनें राउंड वाइज बाहर लाई जाएंगी। छत्तीसगढ़ में पहली बार ऐसा हो रहा है जब महापौर और पार्षदों के लिए एक ही ईवीएम मशीन में वोट डाले गए हैं। इस वजह से लोगों को कंफ्यूजन है कि वोटों की गिनती आखिर होगी कैसे? पहले महापौर और फिर पार्षदों के वोटों की गिनती की जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं है। मेयर के साथ-साथ ही पार्षदों के वोटों की गिनती भी जारी रहेगी। अफसरों का दावा है कि लगभग छह घंटे में मतगणना पूरी कर ली जाएगी। यानी दोपहर 3 और 4 के बीच नतीजों की घोषणा हो जाएगी। ईवीएम मशीनों से वोटों की गिनती होने की वजह से इस बार मतगणना का समय भी सुबह 8 से बढ़ाकर 9 बजे कर दिया गया है। प्रशासन के अनुसार मतगणना को दो भाग में बांटा गया है। पोस्ट वन और पोस्ट टू। स्ट्रांग रूम से ईवीएम मशीनें लाने के बाद सबसे पहले पोस्ट वन के तहत महापौर के वोटों की गिनती होगी। इसकी संख्या वहां मौजूद उम्मीदवारों के एजेंट नोट कर सकेंगे। इसके तुरंत बाद यानी उसी समय उसी मशीन में पोस्ट टू के तहत पार्षदों के वोटों की गिनती होगी। यानी महापौर-पार्षदों के वोटों की गिनती एक साथ होगी। जिस वार्ड में जितने बूथ होंगे उसे उतना राउंड माना जाएगा। एक मशीन की गिनती पूरी होने के बाद ही दूसरी मशीन स्ट्रांग रूम से बाहर लाई जाएगी। जिस वार्ड के मशीनों की गिनती पूरी हो जाएगी उसके नतीजे उसी समय बता दिए जाएंगे। यानी पार्षदों के नतीजे आने का सिलसिला दोपहर 12 बजे के बाद ही शुरू हो जाएगा। 10 हॉल में 10 जोन की गिनती एक जोन में सात वार्ड रहेंगे
निगम चुनाव को 10 जोन में बांटा गया है। इसके लिए 10 काउंटिंग हॉल बनाए गए हैं। हर हॉल में एक जोन के सात वार्डों की गिनती होगी। जिस वार्ड की गिनती पूरी हो जाएगी उसी समय उसके नतीजे बता दिए जाएंगे। सर्टिफिकेट के लिए संबंधित आरओ के हस्ताक्षर होंगे। इस वजह से सर्टिफिकेट पाने के लिए प्रत्याशियों को इंतजार करना होगा। सात-सात वार्ड के उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट देने की योजना बनाई गई है। वोटों की गिनती के लिए 104 मतगणना टेबल और पोस्टल बैलेट के लिए 10 टेबल लगाए गए हैं। मतगणना स्थल में किसी भी तरह की कोई कमी तो नहीं है इसकी जांच के लिए शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, एसएसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह, निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप अफसरों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान अपर कलेक्टर कीर्तिमान सिंह राठौर, एडीएम देवेंद्र पटेल, उप जिला निर्वाचन अधिकारी उमाशंकर बंदे समेत जिले के अन्य अधिकारी मौजूद थे। भाजपा बोली- 50 वार्ड हमारे, कांग्रेस को 40 की उम्मीद; पिछली बार सात निर्दलीय जीते थे शनिवार को नगर निगम में महापौर और सभी 70 वार्डों के पार्षदों का परिणाम दोपहर तक जारी हो जाएंगे। रिजल्ट आने के पहले ही दोनों प्रमुख राजनीतिक दल निगम की सत्ता में आने का दावा कर रहे हैं। वे मान रहे हैं कि निगम में महापौर उन्हीं की पार्टी से होंगी। यही नहीं, भाजपा जहां 70 में 47 से 50 वार्डों में अपने पार्षद जीतने को लेकर आश्वस्त हैं वहीं कांग्रेस मान रही है कि उनकी पार्टी के 35 से 45 पार्षद जीतकर निगम में पहुंचेंगे। बता दें कि पिछले चुनाव में सात निर्दलीय पार्षद भी चुने गए थे। भास्कर ने रायपुर के प्रमुख भाजपा और कांग्रेस नेता जो निगम चुनाव में सीधे जुड़े रहे, उनसे चुनाव परिणाम को लेकर उनकी राय जानी। इस दौरान भाजपा के किसी भी नेता ने जहां 50 सीटों से कम का दावा नहीं किया वहीं कांग्रेस नेताओं का आंकड़ा 40 से आगे नहीं बढ़ा है। हालांकि रायपुर निगम में कांग्रेस पिछले तीन चुनाव से लीड में है। तीन में दो बार प्रत्यक्ष रूप से महापौर का चुनाव हुआ, उसमें कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई। पिछले कार्यकाल में अप्रत्यक्ष रूप से हुए चुनाव में भी कांग्रेस का महापौर चुना गया। पिछली बार राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। इस बार भाजपा की सत्ता है। इस वजह से भाजपा के दिग्गज नेता महापौर के साथ-साथ वार्डों में भी बड़ी जीत का दावा कर रहे हैं। दोनों ही दलों के प्रमुख नेता नगर निगम में ज्यादा से ज्यादा पार्षदों के जीत कर आने का दावा कर रहे हैं। दोनों ही दलों के दावों का औसत निकालने पर भाजपा को 48 सीट और कांग्रेस को 37 सीट मिलने की संभावना है। ऐसी स्थिति में जिस पार्टी का बहुमत रहेगा उनकी सामान्य सभा में मजबूत स्थिति होगी।